मध्यप्रदेश के पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने नेता प्रतिपक्ष से मिली राघौगढ़ से चुनाव लड़ने की चुनौती को स्वीकार कर लिया है। सिसोदिया ने चैलेंज स्वीकार करते हुए कहा कि अगर पार्टी मुझे राघौगढ़ से टिकट देगी तो मैं वहीं से चुनाव लडूंगा। जयवर्धन कोई तोप थोड़ी ना हैं।
मंत्री सिसोदिया ने आगे कहा जिस नगर पालिका में एक-दो सीटें आती थी वहां भारतीय जनता पार्टी की आज 8 सीटें आईं हैं। वोटिंग पर्सेंटेज आपको चेक करना चाहिए। आप पाएंगे कि कांग्रेस से ज़्यादा वोट BJP को मिले हैं। अचंभित होने की बात नहीं है। धीरे-धीरे जयवर्धन सिंह की पूरी जमीन खिसक रही है, उनको सोचना चाहिए।
सिसोदिया की चुनौती स्वीकारते हुए जयवर्धन सिंह ने कहा, अगर भाजपा उन्हें (सिसोदिया) निपटाना चाहती है, तो आ जाएं राघौगढ़, उनका स्वागत है।
सिसोदिया ने कहा था- कांग्रेसियों मामा का बुलडोजर तैयार है
दरअसल दो दिन पहले ही मध्यप्रदेश की 19 नगरीय निकायों के चुनाव परिणाम आए हैं। इनमें सबसे ज्यादा चर्चित चुनाव पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गढ़ राघौगढ़ का रहा। यहां एकबार फिर कांग्रेस ने नगर पालिका में बहुमत हासिल कर लिया। वो भी तब जब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से लेकर राज्य सरकार के मंत्रियों ने यहां पूरी ताकत झोंक दी थी। प्रचार के दौरान पंचायत मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने राघौगढ़ के कांग्रेसियों को बीजेपी में आने का न्यौता देते हुए कहा था- जितने भी कांग्रेसी हैं, बीजेपी में सरक आओ, नहीं तो 2023 में बीजेपी की सरकार बन रही है। मामा का बुलडोजर तैयार है। मंत्री के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविन्द सिंह ने राघौगढ़ से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी।
टीकमगढ़ में कमलनाथ ने कहा था सिंधिया कोई तोप नहीं
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर टीकमगढ़ में कहा था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कोई तोप नहीं हैं। अगर सिंधिया थे तो ग्वालियर, मुरैना में महापौर का चुनाव क्यों हारे। हमें किसी सिंधिया की जरूरत नहीं हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने दिया था राघौगढ़ से लड़ने का चैलेंज
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि सिंधिया के अनुयायी सिसोदिया अपनी हैसियत से ज्यादा बोलने लगे हैं। हम डरने वाले नहीं हैं। हिम्मत है, तो जयवर्धन सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ लें, तो पता चल जाएगा कि सिसाेदिया कितने पानी में हैं। राघौगढ़ की जनता ने सिंधिया की सल्तनत कभी स्वीकार नहीं की। मंत्री सत्ता के मद में चूर हैं। ऐसी बातें करके ज्यादा चापलूसी करना उचित नहीं है। यहां पढ़ें पूरी खबर...
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