कॉन्ट्रैक्टर के बेटे ने किया आत्मदाह:भोपाल में भेल के खंडहरों में स्कूटी पर बैठकर पेट्रोल डालकर आग लगाई थी; तीन दिन बाद दम तोड़ा

भोपालएक वर्ष पहले
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भोपाल में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे 22 साल के छात्र ने सुसाइड कर लिया। वह कुछ समय से मानसिक तनाव में था। उसने 4 जनवरी को भेल के खंडहरों में स्कूटी पर बैठकर खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। उसका एम्स और बंसल अस्पताल में भी इलाज किया गया था। छात्र को दो अलग-अलग डॉक्टरों के यहां इलाज भी चल रहा था।

साकेत नगर में रहने वाला 22 साल का सत्यांश सिंह पुत्र अश्विनी सिंह पीजी करने के बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके पिता भेल में कॉन्ट्रैक्टर हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि गत 4 जनवरी को उनका सत्यांश स्कूटी से बरखेड़ा पठानी में भेल के खंडहर के पास पहुंचा। उसने वहां स्कूटी पर बैठकर खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। उसे गंभीर हालत में एंबुलेंस से एम्स अस्पताल भेजा था।

उसके शरीर के ऊपर का हिस्सा बुरी तरह झुलस गया था। परिजनों ने उसे बंसल अस्पताल ले गए। वहां भी फायदा नहीं होने पर हमीदिया अस्पताल लाया गया। इलाज के दौरान शुक्रवार शाम मौत हो गई। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट नहीं मिला है। सत्यांश के मोबाइल फोन से ही परिजनों को इसकी सूचना मिली थी।

दो डॉक्टरों के यहां इलाज चल रहा था

अश्विनी ने पुलिस को बताया कि सत्यांश मानसिक तनाव में था। उसका इलाज भी चल रहा था। उसे जवाहर चौक पर दो डॉक्टर को दिखवा रहे थे। वह मानसिक तनाव का कारण भी नहीं बताता था।