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नर्मदा-शिप्रा उफान पर:डिंडौरी-मंडला में मूसलधार बारिश से घाट-मंदिर डूबे; उज्जैन में रामघाट और छोटे पुल पर पानी, भोपाल-इंदौर में 2-2 इंच पानी गिरा

मध्यप्रदेश2 वर्ष पहले

मध्यप्रदेश में तीन दिन से मानसून एक्टिव है। कई जिलों में बारिश हो रही है। भोपाल और इंदौर में बुधवार रात से ही रुक-रुककर बारिश हो रही है। भोपाल, इंदौर, रतलाम और जबलपुर में दो-दो इंच बारिश दर्ज की गई है। मंडला- डिंडौरी में मूसलधार से नर्मदा उफान पर आ गई। मंदिर और घाट डूब गए हैं। बरगी डैम के गेट शाम को खोले जा सकते हैं। उज्जैन में शिप्रा नदी फिर उफान पर आ गई है। रामघाट के मंदिर डूब गए हैं। भोपाल-इंदौर में 2-2 इंच तक पानी गिरा है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के कई जिलों में तेज बारिश होने के आसार जताए हैं।

मानसून एक बार फिर पूरे प्रदेश में छा गया है। इससे ग्वालियर-चंबल से लेकर मालवा-निमाड़ तक सब जगह पानी गिरा है। डैम-तालाबों का वाटर लेवल भी बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिन तक प्रदेशभर में तेज बारिश होने की बात कही है। 17 सितंबर से एक और सिस्टम बन रहा है। इसके एक्टिव होते ही बारिश का दौर एक सप्ताह तक जारी रहने का अनुमान है। यह सिस्टम प्रदेशभर में एक्टिव रहेगा। यह इस महीने का तीसरा सिस्टम होगा।

भोपाल में गरज-चमक के साथ बारिश
भोपाल में बुधवार शाम से ही तेज बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था। देर रात तक गरज-चमक के साथ बारिश होती रही। गुरुवार सुबह 6 बजे से ही रिमझिम और तेज बारिश शुरू हुई, जो करीब 3 घंटे तक लगातार चलती रही। इसके बाद भी बारिश का दौर जारी रहा। गुना में रातभर से रिमझिम बारिश का दौर जारी है। गुरुवार सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है।

उज्जैन में फिर शिप्रा उफान पर
बीते 15 घंटों से हो रही बारिश के कारण उज्जैन में शिप्रा नदी पर बने रामघाट के मंदिर डूब गए। यहां पुलिस ने पहरा लगा दिया है। रामघाट पर श्रद्धालुओं के आने को प्रतिबंधित कर दिया गया है। वहीं, छोटे पुल पर पानी आ जाने से इस रास्ते से बड़नगर की ओर जाने वाले ट्रैफिक रोक दिया गया है।

शिप्रा नदी के पानी में उज्जैन के रामघाट के मंदिर डूबे।
शिप्रा नदी के पानी में उज्जैन के रामघाट के मंदिर डूबे।

होशंगाबाद में तवा डैम के गेट रात में बंद
होशंगाबाद में पिछले दो दिन से बारिश हो रही है। शहर के साथ ग्रामीण अंचल भी भीग गए हैं। पचमढ़ी, पिपरिया, सोहागपुर, इटारसी, सिवनी मालवा, बनखेड़ी, बाबई में भी बारिश हो रही है। होशंगाबाद में डेढ़ इंच बारिश दर्ज की गई। तवा डैम के गेट देर रात बंद कर दिए गए।

जबलपुर में रात से ही रिमझिम हो रही है। सुबह 8 बजे तक करीब 1 इंच बारिश दर्ज की गई। इधर, सीहोर, गुना, होशंगाबाद, शाजापुर जिले भी पानी गिरा है। शाजापुर में पिछले 24 घंटे में 20 मिमी बारिश दर्ज की गई। यहां के चीलर डैम में 21.3 फीट पानी जमा हो चुका है। फुल टैंक लेवल आने में सिर्फ डेढ़ फीट पानी की जरूरत है।

डिंडौरी में नर्मदा का जलस्तर बढ़ा
डिंडौरी जिले में पिछले दो दिनों से जारी मूसलधार बारिश की वजह से नदी और नाले उफान पर हैं। नर्मदा नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। जिला मुख्यालय के नर्मदा तट पर बने मंदिर और घाट डूब गए हैं। नर्मदा नदी खतरे के निशान के ऊपर से बह रही है। जबलपुर रोड स्थित जोगिटिकरिया में बना नर्मदा नदी का पुल डूबने की कगार पर है। नेवसा रोड पर बना पुल भी नर्मदा नदी में बाढ़ होने की वजह से डूबने के करीब है। मालपुर में भी नर्मदा नदी बड़े पुल के करीब बाढ़ पहुंच रहा है। सिवनी नदी भी उफान पर है। यहां गोपालपुर-गोरखपुर मार्ग बंद हो गया है।

गोपालपुर इलाके के लगभग 30 गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटा गया है। खरमेर नदी में बाढ़ से उफनाए पुल को पार करने के दौरान एक पिकअप वाहन नदी में पूरी तरह समा गया। ड्राइवर ने तैरकर अपनी बचाई जान बचा ली। जिले के बड़े डैम बिलगढ़ा का एक गेट खोल दिया गया है।

डिंडौरी में रपटे पर पिकअप वाहन बह गया।
डिंडौरी में रपटे पर पिकअप वाहन बह गया।

पांच जिलों में 2 से 4 इंच से ज्यादा बारिश
मध्यप्रदेश के 25 जिलों में 24 घंटे के भीतर तेज बारिश दर्ज की गई। सबसे अधिक मंडला में बारिश हुई। यहां 24 घंटे में 110 मिमी यानी सवा 4 इंच बारिश दर्ज की गई है। इसी प्रकार भोपाल, रतलाम, सीधी, उमरिया और जबलपुर में आंकड़ा 2 इंच के पार रहा। होशंगाबाद, नरसिंहपुर, खंडवा और सतना में डेढ़ से 1 इंच तक बारिश दर्ज की गई। रायसेन, उज्जैन, इंदौर, शाजापुर, रीवा में एक इंच से कम बारिश हुई। टीकमगढ़, दमोह, सागर, गुना, श्योपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, ग्वालियर, खरगोन, बैतूल में भी बारिश दर्ज की गई।

डिंडौरी में बिलगढ़ा डैम के दो गेट खोल दिए गए हैं।
डिंडौरी में बिलगढ़ा डैम के दो गेट खोल दिए गए हैं।

आज शाम तक खुल सकते हैं बरगी डैम के गेट
जबलपुर में बरगी बांध के लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गुरुवार शाम बांध के गेट खोले जा सकते हैं। नर्मदा नदी के तटीय इलाकों के लोगों को घाटों से दूर रहने और डूब क्षेत्र में प्रवेश न करने के लिए अलर्ट जारी किया है। परियोजना के कार्यपालन यंत्री अजय सूरे के मुताबिक, सुबह 9 बजे बरगी का जलस्तर 421.80 मीटर रिकॉर्ड किया गया। कैचमेंट एरिया मे 51.62 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। शाम तक बांध के गेटों से एक हजार से डेढ़ हजार घन मीटर प्रति सेकेंड की दर से पानी छोड़े जाने की स्थिति निर्मित हो सकती है। तटीय इलाकों मे एक मीटर से डेढ़ मीटर तक जलस्तर बढ़ सकता है।

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