टाइगर स्टेट मध्यप्रदेश के लिए अच्छी खबर है। पेंच की कॉलर वाली बघिन की बेटी ‘पाटदेव वाली बाघिन’ भी सुपर मॉम बन चुकी है। 12 साल की इस बाघिन ने 3 महीने पहले ही 5 शावकों को जन्म दिया है। ठीक ऐसे ही उसकी मां ने भी 12 साल की उम्र में एक साथ 5 शावक जन्मे थे। अब तक वह 16 शावकों को जन्म दे चुकी है। कॉलर वाली बाघिन ने 29 बच्चों को जन्म दिया था। 15 जनवरी को ही उसकी मौत हुई थी।
देश में सबसे ज्यादा शावकों को जन्म देने का रिकॉर्ड उसके नाम है। इसके बाद ‘पाटदेव वाली बाघिन’ अब दूसरे और राजस्थान में रणथंभोर नेशनल पार्क में 11 शावकों को जन्म देने वाली बाघिन ‘मछली’ तीसरे नंबर पर है। पेंच नेशनल पार्क में 1 लाख के आसपास पर्यटकों ने इसे कैमरे में कैप्चर किया है। पेंच नेशनल पार्क के फील्ड डायरेक्टर अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि पेंच नेशनल पार्क उसका मां की तरह डेटा तैयार कर रहा है।
अब तक 16 शावकों को दिया जन्म
मां की तरह पाटदेव वाली बाघिन ने भी 12 साल की उम्र में चौथी बार में एक साथ 5 शावक जन्मे हैं। पहली बार उसने 3, दूसरी बार में 4, तीसरी बार भी 4 और पांचवी बार में 5 शावकों को जन्म दिया है। इसमें तीसरी बार जन्में तीन शावकों को मेल टाइगर ने मार दिया था। यानी बाघिन के 11 बच्चे जिंदा है।
मां के जींस का असर
पेंच के वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. अखिलेश मिश्रा के मुताबिक इस बाघिन में मां के जींस का असर दिखाई दे रहा है। यह बाघिन 2010 में ‘कॉलर वाली बाघिन’ के चौथी बार जन्मे 5 बच्चों में शामिल थीं। इस बाघिन को टी-पीएन 4 का नाम दिया गया।
पाटदेव वाली बाघिन क्यों?
पेंच नेशनल पार्क में टूरिया रेंज में ग्राम देवता पाटदेव का स्थान है। मां से अलग होने के बाद यह बाघिन अकेली इस स्थान पर दिखाई देती थी। जिसकी वजह से इसे स्थानीय लोग इसे ‘पाटदेव वाली बाघिन’ के नाम से जानने लगे।
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