दिल्ली-एनसीआर में वाहन चोरी के लिए कुख्यात कबूतर गैंग की भोपाल-इंदौर में दस्तक के अंदाजे से मप्र पुलिस और सक्रिय हो गई है। नोएडा में पकड़ाई कबूतर गैंग की सूचना के बाद एक टीम भोपाल से रवाना कर दी है। कबूतर गैंग अब तक सैकड़ों ऑटोमेटिक लग्जरी व्हीकल डी-कोड कर चुरा चुका है।
इंद्रपुरी बी-सेक्टर से फर्नीचर कारोबारी अरुण जैन की फुली ऑटोमेटिक फॉर्च्यूनर चुराने वाले बदमाशों ने भी यही तरीका अपनाया था। ये गैंग भी आई-20 या ब्रेजा जैसे वाहनों से जाकर लग्जरी वाहन चुराता है। ठीक इसी अंदाज में मार्च महीने में इंदौर से भी एक फॉर्च्यूनर चुराई गई थी, जिसमें आई-20 कार का इस्तेमाल हुआ था।
बीती 5 जुलाई की सुबह अरुण जैन की फॉर्च्यूनर को एक कार से आए 3 बदमाशों ने चुरा लिया था। पूरी प्लानिंग से आए तीनों बदमाशों ने वारदात के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी ली थी। अरुण ने मई 2017 मॉडल की इस गाड़ी को 38.5 लाख रुपए में खरीदा था। ठीक इसी तरीके से लग्जरी वाहन चुराने वाले कबूतर गैंग के 5 सदस्यों को नोएडा पुलिस ने कुछ दिनों पहले ही गिरफ्तार किया है। ये गैंग ऑन डिमांड ऐसे वाहनों को चुराकर बेचता था। उनके कब्जे से ऐसे 10 वाहन व तकनीकी उपकरण जब्त किए हैं।
कोडवर्ड : फॉच्यूर्नर को चूरन और इनोवा को पनडुब्बी कहकर बुलाते
एसीपी नोएडा रजनीश वर्मा ने बताया कि इस गिरोह ने हर एसयूवी को अलग-अलग कोडवर्ड दे रखे हैं। फॉर्च्यूनर को चूरन और इनोवा को पनडुब्बी कहकर बुलाते हैं। मास्टर चाबी को मछली और एक लाख रुपए को कट्टा कहते थे। हमारी एंटी व्हीकल थेफ्ट टीम ने दिसंबर 2020 से अब तक ऐसे गिरोहों में शामिल 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनसे अब तक करीब 250 चार पहिया वाहन जब्त किए गए हैं, इनमें 100 तो केवल एसयूवी ही हैं।
आरोपियों ने बताया- गुजरात, कश्मीर में बेचते थे वाहन
एसीपी वर्मा ने बताया कि पूछताछ में गैंग के कई सदस्यों ने चोरी के वाहन गुजरात, महाराष्ट्र और कश्मीर में बेचने कबूले हैं। इस संबंध में भोपाल पुलिस ने भी हमसे संपर्क किया है। इस संबंध में भी आरोपियों से पूछताछ की जाएगी। पकड़े गए आरोपियों में एक तो ऐसा है, जो कहता है कि ऐसी लग्जरी गाड़ी पर नजर पड़ते ही मैं मचल उठता हूं। लगता है कि गाड़ी मुझसे कह रही है कि आ, मुझे चुरा ले। इधर, भोपाल डीआईजी इरशाद वली ने बताया कि नोएडा में पकड़े गए गैंग की सूचना के बाद हमने एक टीम भोपाल से रवाना कर दी है।
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