भोपाल में एक इंजीनियर ने तीन फर्जी कंपनियां बनाकर 108 लोगों से ठगी का शिकार बनाया। उसने 12% ब्याज का लालच देकर 48 लाख रुपए की रकम जुटा ली। आरोपी ने लॉकडाउन के ठीक पहले कंपनी शुरू की थी। लॉकडाउन लगते ही लोगों को एक साल की मोहलत का कहकर ऑफिस बंद कर दिया। यह खुलासा भोपाल क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े जालसाज ने किया। आरोपी ने दोस्तों को भी कंपनी में निवेश के नाम पर ठगा है। अब तक क्राइम ब्रांच से 16 लोग शिकायत कर चुके हैं। आरोपी ने NRI कॉलेज से इंजीनियर की है।
पुरुषोत्तम नगर सेमरा कला बजरिया में रहने वाले 25 साल के विवेक अलोने पुत्र जयपाल ने 30 साल के मूलत: बैतूल के रहने वाले उत्तम मंडल के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की। विवेक ने बताया कि उत्तम मारविह बिजनेस सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड में डायरेक्टर हैं। उत्तम ने इस तरह से तीन कंपनियां खोल रखी थीं। विवेक ने बताया कि वह पहले उत्तम के साथ काम करता था।
उसके कहने पर उसने और भाई देवना अलोने ने ढाई-ढाई लाख रुपए लगाए। उसने कहा था कि उसे 12% ब्याज मिलेगा। आरोपी ने बताया था कि पीआईपी अकाउंट के तहत वह पब्लिक से पैसा लेकर उसे अपने व्यवसाय में उपयोग करेंगे। पब्लिक को बिना किसी नुकसान के कम से कम 3.33% का हर महीने का ब्याज देंगे, चाहे परिस्थिति कैसी भी हो। हम मिनिस्ट्री आफ काॅर्पोरेशन अफेयर से रजिस्टर कंपनी है।
हमारे पास ऑथारिटी है कि हम पब्लिक से पैसा ले सकते हैं। उसने कहने पर 16 अक्टूबर 2020 में तीन-चार बार में उसके खाते में रुपए जमा किए। उसने हर महीने 12% का ब्याज जमा राशि पर देने का वादा किया गया था। पहले 2 महीने ब्याज देने के बाद कंपनी में कोई ब्याज या कोई राशि नहीं मिली।
उत्तम मंडल ने हमें यह बोलकर रुकने को कहा कि लाॅकडाउन के कारण कंपनी के पास अभी पर्याप्त पैसा नहीं है। कुछ समय इंतजार करें। एक साल बाद कंपनी पूरा पैसा ब्याज समेत लौटा देगी। अब तक न तो ब्याज मिला और न ही मूल रकम ही वापस आई। बार-बार कहने पर वह तीन साल के लिए अकाउंट होल्ड करने की धमकी देने लगा था। कुछ दिनों पहले पता चला कि एमपी नगर का ऑफिस भी बंद हो गया है।
उत्तम की मां टीचर से रिटायर
पूछताछ में उत्तम ने बताया कि वह बैतूल का रहने वाला है। उसने करीब 6 साल पहले NRI कॉलेज भोपाल से इंजीनियरिंग की है। उसकी मां टीचर से रिटायर हैं। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
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