भोपाल के जंबूरी मैदान में 15 नवंबर को जनजातीय महासम्मेलन के लिए मेहमानों के खान-पान का विशेष ध्यान रखा गया है। कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से आने वाले इन मेहमानों के लिए इस बार दाल-चावल के साथ पुड़ी-सब्जी दी जाएगी। अब तक इस तरह के कार्यक्रम में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए पुड़ी-सब्जी के पैकेट दिए जाते थे।
यह पैकेट कार्यक्रम स्थल पर ही बांटे जाते थे। पिछले कुछ कार्यक्रम में सभी को खाना नहीं मिल पाने की शिकायतें आई थीं। इसी कारण इस बार जहां भी यह मेहमान रुकेंगे, वहां प्रमुख संस्थाएं कलेक्टर के निर्देश पर खाने का इंतजाम करेंगी। भोपाल में करीब 27 हजार लोगों के रहने के इंतजाम किए गए हैं। उनके स्वागत के लिए करीब 500 अधिकारी लगाए गए हैं।
स्कूल और गेस्ट हाउस में रुकेंगे
मेहमानों के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। इनके आराम के लिए शहर के सरकारी स्कूलों के साथ प्राइवेट स्कूल, कॉलेजों के गेस्ट हाउस में व्यवस्था की गई है। यहां आराम करने से लेकर खाने तक की सुविधा यहीं दी जाएगी। इनके खाने के लिए शहर की 21 संस्थाएं आगे आईं हैं। इन्होंने 27 हजार आदिवासी की मेहमान नवाजी की जिम्मेदारी ली है।
मेहमानों के लिए चाय से लेकर उनके खान-पान का विशेष इंतजाम करेंगे। आदिवासी विकास विभाग के अफसरों ने बताया कि 25 स्थानों पर रुकने के इंतजाम कर दिए गए हैं। भोपाल में उमरिया, नरसिंहपुर, बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, झाबुआ, नीमच, सिवनी, कटनी, खरगोन, अलीराजपुर से आने वाले आदिवासी मेहमानों को रुकवाया जाएगा। इन मेहमानों को 14 तारीख को पहुंचने पर चाय पानी और नाश्ता दिया जाएगा। इसके बाद शाम को दाल-चावल-पुड़ी-सब्जी दी जाएगी।
यह करेंगे स्वागत-सत्कार का इंतजाम
पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि हम अपनी स्वेच्छा से मेहमानों का स्वागत का इंतजाम करेंगे। शहर के सभी प्रमुख एसोसिएशन को एक-एक हजार लोगों के स्वागत की जिम्मेदारी है। भोपाल यह रात 8 बजे पहुंचेंगे। सबसे पहले बैंड-बाजे और तिलक लगाकर उनका स्वागत किया जाएगा। इसके बाद चाय नाश्ते और खाने की व्यवस्था की जाएगी। इसी तरह अन्य एसोसिएशन भी एक-एक हजार लोगों का स्वागत करेंगे।
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