भोपाल के हमीदिया अस्पताल में दूसरा किडनी ट्रांसप्लांट 5 घंटे चला। सुबह 8.30 बजे से शुरू हुआ ऑपरेशन दोपहर 1.30 बजे खत्म हुआ। 27 वर्षीय महिला को उसकी 61 वर्षीय मां ने किडनी डोनेट की है। दोनों की हालत ठीक है। एक हफ्ते तक डॉक्सटर्स की मॉनिटरिंग में रहेंगी। डॉक्टरों ने बताया कि महिला की पहली प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लीकेशन के बाद किडनी खराब हो गई थी। 5 महीने पहले वह डायलिसिस पर आ गई थी।
14 डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया।
ऑपरेशन में किडनी रोड विशेषज्ञ डॉ. हिमांशु शर्मा, डॉ आरआर बर्डे, डॉ. चैतन्य कुलकर्णी, प्रत्यारोपण सर्जन डॉक्टर सौरभ जैन, डॉ. अमित जैन, निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. यश्वंत धावले, डॉ. वंदना पांडे, डॉ. बृजेश कौशल, डॉ. श्वेता श्रीवास्तव, जूनियर डॉक्टर डॉ. आदित्य, डॉ. विष्णु, डॉ. ललित, डॉ. मेघा, डॉ. सचिन समेत अन्य नर्सिंग और टेक्निकल स्टाप शामिल था।
शिवपुरी निवासी महिला की 2015 में शादी हुई। 2016 में प्रेग्नेंसी के दौरान उनको ब्लड प्रेशर हाई हो गया। एक निजी अस्पताल में डिलीवरी के बाद समस्या बढ़ने पर भोपाल रेफर कर दिया, जहां जांच में क्रिएटाइन बढ़ा हुआ आया। डॉक्टर ने दवा शुरू की, इसके बाद सबकुछ ठीक था। लेकिन एक साल बाद फिर समस्या बढ़ गई। हमीदिया में जांच कराने पर सामने आया कि किडनी पूरी तरह खराब हो गई है। 5 महीने पहले वह डायलिसिस पर आ गई। इसके बाद उनके गले में परमाकैथ कैथेटर डाला है। इसे 6 महीने तक रख सकते है। इससे ही अभी उनका डायलिसिस हो रहा है।
पहले इंदौर में दिखाया था
महिला के दो छोटे भाई है। उनके भाई ने बताया कि शुरुआत से भोपाल के निजी अस्पताल में इलाज करा रहे थे। उन्होंने भी डायलिसिस का बोल दिया था। फिर इंदौर में दिखाया तो उन्होंने भी वह सलाह दी। इसके बाद हमीदिया अस्पताल में ट्रांसप्लांट के लिए रजिस्ट्रेशन कराया।
30 मरीज ने कराया रजिस्ट्रेशन
हमीदिया अस्पताल के डॉ. हिमांशु शर्मा ने बताया कि हमारी ट्रांसप्लांट की तैयारी पूरी हो चुकी है। मरीज का आयुष्मान योजना के तहत ट्रांसप्लांट होगा। उन्होंने बताया कि अब तक हमीदिया में 30 मरीजों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें से 6 मरीजों की जांच भी चल रही है। कुछ मरीजों के साथ डोनर को लेकर दिक्कत है।
शुक्रवार को ट्रांसप्लांट ओपीडी
डॉ. हिमांशु ने बताया कि हमीदिया अस्पताल में प्रति शुक्रवार को ट्रांसप्लांट ओपीडी लगती है। यहां पर मरीज अपने डोनर के साथ आकर रजिस्ट्रेशन करा सकते है। जिसके बाद जरूरी दस्तावेज जमा करने के बाद ट्रांसप्लांट की आगे की कार्रवाई की जाती है।
7 सितंबर को हुआ था पहला ट्रांसप्लांट
हमीदिया अस्पताल में पहला किडनी ट्रांसप्लांट 7 सितंबर को हुआ था। 55 वर्षीय किशनदत्त शर्मा का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। उनको उनकी पत्नी 48 वर्षीय मीना शर्मा ने किडनी डोनेट की थी। अब वह बिल्कुल ठीक है।
क्या है डायलिसिस
डायलिसिस खराब किडनी के कार्यों को पूरा करने की कृत्रिम प्रक्रिया है। किडनी के काम नहीं करने पर शरीर में जमा होने वाले अनावश्यक पदार्थों, पानी, क्षार एवं अम्ल जैसे रसायनों को कृत्रिम विधि से दूर कर खून को साफ करने की प्रक्रिया को डायलिसिस कहते है।
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