मध्यप्रदेश में मौसम बदल गया है। दोपहर बाद उमरिया, नरसिंहपुर, जबलपुर और छिंदवाड़ा समेत कई जिले में बारिश के साथ ओले गिरे। नरसिंहपुर के गोटेगांव में बेर के आकार के तो छिंदवाड़ा के दमुआ में चने के बराबर ओले गिरे। इधर, छिंदवाड़ा के मोहखेड़ थाना के ग्राम कुकड़ा चिमन में खेत में काम कर रहे पति-पत्नी और उनके नाती बेटे की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई।
प्रदेश में भोपाल, राजगढ़, सीहोर, रायसेन, विदिशा, अशोकनगर और छतरपुर में मंगलवार सुबह 7 बजे से रुक-रुककर बारिश हो रही है। ग्वालियर-चंबल बेल्ट के अलावा जबलपुर, सागर, होशंगाबाद, मुरैना, आगर मालवा और दमोह में भी रिमझिम हो रही है। शिवपुरी के कोलारस में एक दिन में एक इंच बरसात हो गई। यहां रात से ही रुक-रुककर पानी गिर रहा है। सतना में बिजली गिरने से ग्रामीण की मौत हो गई। दूसरा झुलस गया। उमरिया में भी बिजली गिरने से दो लोग झुलस गए।
मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के मुताबिक उत्तर में काफी बर्फबारी की वजह से प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है। कुछ इलाकों में ओले भी गिर सकते हैं। मौसम का यह हाल 28 और 29 दिसंबर तक रहेगा। 30 दिसंबर से प्रदेशभर में कोहरा छा सकता है। 31 दिसंबर और 1 जनवरी को अच्छी ठंड रहेगी। दिन का तापमान काफी नीचे आएगा।
बचने के लिए झोपड़ी में आए, मौत
छिंदवाड़ा पुलिस के मुताबिक अर्जुनवाड़ी के कुकड़ाचिमन में आज शंकर सिंह उईके (45) उनकी पत्नी भागा बाई (43) और उनका नाती अंकित धुर्वे (10) खेत में काम करने के लिए गए हुए थे। इस दौरान अचानक मौसम बदला और तेज बारिश होने लगी। बारिश से बचने के लिए तीनों खेत में बनी झोपड़ी में छिप गए। अचानक झोपड़ी के पास पेड़ पर बिजली गिर गई। इसमें तीनों झुलस गए। तीनों को अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। हादसे में उनके पालतू कुत्ते की भी मौत हो गई।
मौसम ने अलर्ट जारी किया
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है। रीवा, सागर, चंबल, ग्वालियर, जबलपुर और शहडोल संभाग में बारिश के साथ कुछ इलाकों में बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। इन संभागों के अलावा भोपाल और उज्जैन संभाग में सुबह के समय घना कोहरा रह सकता है।
इसलिए आया मौसम में बदलाव
पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवातीय घेरे के रूप में सक्रिय है। एक ट्रफ लाइन पश्चिमी मध्यप्रदेश से गुजर रही है। पाकिस्तान के दक्षिणी हिस्से में चक्रवातीय गतिविधियां अरब सागर के काफी पास हैं। इसी कारण बहुत ज्यादा नमी आ रही है। इसका असर ट्रफ लाइन में काफी अस्थिरता के साथ दिखाई देने लगा है।
रबी फसल के लिए फायदेमंद
बारिश रबी की फसल के लिए फायदेमंद बताई जा रही है। अभी किसान खेतों में ट्यूबवेल चलाकर पानी दे रहे हैं। बारिश होने से उनका डीजल का खर्च बच जाएगा।
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