जेईई मेन में हर विषय महत्वपूर्ण होता है। इंजीनियर की फिजिक्स मेडिकल की फिजिक्स से अलग होती है। इंजीनियरिंग की फिजिक्स को सीखना होता है, जिसके लिए उसे जीना जरूरी है। सिद्धांत कहता है कि एक ही तरह के चार सवालों को हल करने से अच्छा है कि एक ही सवाल को चार अलग-अलग तरह से हल करने की आदत डालें। स्कोर के पीछे न जाएं। यानी रटने की आदत को बदल दें। जानकारी और ज्ञान बढ़ाएं। जिस दिन फिजिक्स समझ गए, उस दिन मार्क्स अपने-आप आ जाएंगे। आइए जानते हैं एक्सपर्ट रणधीर सिंह (आकाश इंस्टीट्यूट, भोपाल के असिस्टेंट डायरेक्टर) से...
चुनौतियों को अपनाएं
फिजिक्स को समझने के लिए चुनौतियों को अपनाएं। उनसे सीखें। जब तक चुनौतियों को पूरा नहीं करोगे, आप कोई भी समस्या को सुलझा नहीं सकते हैं। खुद के साथ प्रतिस्पर्धा करना शुरू करें। इंजीनियर को स्मार्ट होना जरूरी होता है। इसलिए कड़ी मेहनत से ज्यादा जरूरी है कि स्मार्ट बनें। चीजों को समझे और प्रश्न को अपने तरीके से हल करने का प्रयास करें।
पढ़ाई का तरीका बदलना होगा
उदाहरण के लिए एक जार लें। इसमें भरने के लिए बड़े और छोटे पत्थर के साथ रेत लें। अगर जार में पहले रेत भरते हैं, तो फिर छोटे और बड़े पत्थरों के लिए जगह नहीं बचेगी। छोटे पत्थर पहले डालने कुछ रेत तो आए जाएगी, लेकिन बड़े पत्थर नहीं आएंगे। इसी तरह बड़े पत्थर डालने के बाद उसमें छोटे पत्थर और रेत आ सकती है। बड़े पत्थर से मतलब थ्योरी और कान्सेप्ट को समझें। छोटे पत्थर फॉमूलों के रूप में लें और अंत में न्यूमेरिकल रेत के सामान है। इस तरह पढ़ाई करने से सभी कुछ क्लियर रहेगा।
मुख्य चार समस्याएं होती हैं
इस तरह परेशानी को हल करें
भास्कर एक्सपर्ट सीरीज में अगला वीडियो जेईई परीक्षा के केमिस्ट्री पर होगा। अगर आपका कोई सवाल हो, तो इस नंबर-9826857220 पर रविवार दोपहर 12 बजे तक वाट्सऐप कर सकते हैं।
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