बुली बाई ऐप के मास्टरमाइंड नीरज विश्नोई की पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। वह इंटरनेट पर खुद को ट्रेस करने से बचाने के लिए तकनीक का सहारा ले रहा था। गिट हब (GitHub) अकाउंट और प्रोटोन ई-मेल एड्रेस को प्रोटोन वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क के जरिए बनाया। इसका एक्सेस हासिल किया। नीरज ने इसका वीपीएन (VPN) का लोकेशन जापान और अमेरिका में दिखाया था, ताकि जांच को भटकाया जा सके।
मकसद था कि पुलिस को लगे कि इसके यूजर्स जापान-अमेरिका में रहते हैं। यही वजह रही कि दिल्ली पुलिस को उसे ट्रेस करने में मशक्कत करनी पड़ी। दिल्ली पुलिस के डीसीपी (साइबर सेल) केपीएस मल्होत्रा ने दैनिक भास्कर को बताया कि नीरज की पूछताछ में आए तथ्यों को फोरेंसिक जांच की जा रही है। उसे सात दिन के लिए रिमांड पर लिया गया है। ऐप बनाने के पीछे उसका मकसद फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है। इधर, मध्यप्रदेश सरकार के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वह पूरी मुस्तैदी से जांच करा रहे हैं।
नीरज पढ़ने में भी अच्छा है। बीटेक (कम्प्यूटर साइंस) फर्स्ट ईयर में 7.8 CGPA से पास हुआ है। वह फिजिकली कॉलेज नहीं गया। वह वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT) के सीहोर कैंपस में सेकेंड ईयर का स्टूडेंट है। गिरफ्तारी की जानकारी लगने के बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने उसे सस्पेंड कर दिया है। नीरज असम के जोरहाट में एक कोराबारी का बेटा है। असम में बसने से पहले वह अपने माता-पिता और दो बहनों के साथ नागौर, राजस्थान में रहता था। नीरज परिवार में इकलौता बेटा और सबसे छोटा है।
सुल्ली डील्स के कोड, ग्राफिक्स को एडिट कर ऐप बनाया
नीरज ने पूछताछ में बताया कि उसने सुल्ली डील्स (Sulli Deals) को कॉपी किया था। उसके कोड और ग्राफिक्स को एडिट करके ठीक वैसा ही ऐप बना लिया। हालांकि, दिल्ली पुलिस उसके इस दावों की फोरेंसिक जांच कर रही है। नीरज ने पुलिस को बताया कि उसने ट्विटर हैंडल @bullibai_ के अलावा गिफ्ट हब पर बुली बाई ऐप बनाया।
उसने बताया कि गिफ्ट हब अकाउंट और ऐप को नवंबर 2021 में बनाया था। दिसंबर 2021 में अपडेट किया था। उसने 31 दिसंबर को @bullibai_ ट्विटर अकाउंट और प्रोटोन ई-मेल एड्रेस को प्रोटोन वीपीएन का इस्तेमाल कर बनाया था। नीरज ने एक और ट्विटर अकाउंट @Sage0x1 भी बना रखा था।
अंजान अकाउंट @giyu44 से ली जिम्मेदारी
बुली बाई से जुड़ी खबरों को वह सोशल मीडिया के जरिए देख रहा था। सप्ताहभर पहले एक अनजान अकाउंट (@giyu44) के जरिए सामने आया। इस घटना की जिम्मेदारी ली थी। उसने मुंबई पुलिस पर निर्दोष लोगों को फंसाने का आरोप लगाया था। पुलिस की जांच को भटकाने के लिए वह इस अकाउंट की लोकेशन नेपाल बताता था।
क्या है बुली बाई ऐप केस
बुली बाई ऐप पर मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की तस्वीरें लगाकर उनकी कथित तौर पर बोली लगाने का आरोप है। पुलिस ने आरोप लगाया है कि श्वेता सिंह एक अन्य आरोपी के साथ विवादास्पद ऐप को कंट्रोल करती थी। उसने ही ऐप का ट्विटर हैंडल भी बनाया था। मामले में दिल्ली, मुंबई पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें से एक उत्तराखंड की रहने वाली 18 साल की श्वेता सिंह है। उसके 20 वर्षीय दोस्त मयंक रावत और 21 वर्षीय विशाल कुमार झा को भी गिरफ्तार किया गया है। चौथा आरोपी और मास्टरमाइंड नीरज विश्नोई है।
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