मध्यप्रदेश में नवंबर में रिकॉर्ड ठंड पड़ने लगी है। भोपाल में अभी तक नवंबर महीने में पिछले 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यानी नवंबर की रातें सबसे सर्द रहीं। 13 साल बाद 10 डिग्री के नीचे यानी 9.8 डिग्री तक तापमान पहुंचा है। इससे पहले 2009 में नवंबर महीने में सबसे कम रात का पारा 9.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 22 साल में दूसरी बार नवंबर की रातें सबसे सर्द रहीं। वहीं, प्रदेश में कड़ाके की ठंड के लिए एक सप्ताह इंतजार करना होगा। 5 दिसंबर से तेज सर्दी पड़ेगी।
हिमालय से आ रही उत्तरी हवाओं के कारण भोपाल और आसपास के इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अभी चार से पांच दिन प्रदेश भर में तापमान में इसी तरह उतार-चढ़ाव रहेगा। इंदौर की बात करें, तो यहां पिछले 5 साल में नवंबर की रातें सबसे सर्द रहीं। न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। साल 2017 में रात का पारा नवंबर में 11.0 डिग्री तक चला गया था। अभी पचमढ़ी सबसे ठंडा इलाका है। यहां न्यूनतम तापमान 5 डिग्री के आसपास चल रहा है। ग्वालियर में रात का पारा 8.7 डिग्री पर रिकॉर्ड किया गया।
5 दिसंबर से अच्छी ठंडी
मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि अभी कोई सिस्टम नहीं है। सिर्फ हवाएं उत्तरी होने के कारण प्रदेश भर में कई इलाकों में तापमान गिर रहा है। हिमालय पर अभी उम्मीद के मुताबिक बर्फबारी नहीं हुई है। ऐसा ईरान से हवाएं नहीं आने के कारण हो रहा है। अब तक स्ट्रॉन्ग विंड सिस्टम नहीं बनने के कारण तापमान में ज्यादा गिरावट दर्ज नहीं की गई है। अब 5 दिसंबर से अच्छी ठंड होने की उम्मीद है। तब न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। तब रात का पारा अधिकांश इलाकों में 8 डिग्री के नीचे जा सकता है।
जबलपुर और ग्वालियर में ज्यादा ठंड रहेगी
मौसम विभाग की मानें तो दिसंबर के पहले सप्ताह में से ठंड का जोर शुरू होगा। सबसे ज्यादा ठंड ग्वालियर और जबलपुर के साथ बुंदेलखंड के इलाकों में रहेगी। इसके अलावा, रायसेन और भोपाल में भी अच्छी ठंड पड़ सकती है। उज्जैन और इंदौर में हवाएं के रुख पर ठंड के तेवर निर्भर हैं। अभी इंदौर में हवाएं नार्दनली होने के कारण उतने ज्यादा तापमान नीचे नहीं आ पा रहे हैं।
भोपाल में 13 साल बाद रिकॉर्ड ठंड
साल | न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में) |
2022 | 09.8 |
2021 | 11.2 |
2020 | 12.0 |
2019 | 16.8 |
2018 | 11.4 |
2017 | 12.8 |
2016 | 11.6 |
2015 | 17.2 |
2014 | 16.2 |
2013 | 12.4 |
2012 | 12.3 |
2011 | 14.7 |
2010 | 15.2 |
2009 | 09.6 |
इसलिए भोपाल में ज्यादा ठंड
मौसम वैज्ञानिक अशफाक हुसैन ने बताया कि हिमालय से आ रही उत्तरी हवाओं का जोर सीधे भोपाल पर पड़ रहा है। इस कारण यहां का पारा ज्यादा नीचे जा रहा है। भोपाल पहाड़ी इलाका होने के साथ ही पथरीला है। इस कारण यहां पर रात का पारा सामान्य से काफी कम हो जाता है। भोपाल में रात का पारा सामान्य से 3 डिग्री से भी ज्यादा नीचे जा चुका है। सिवनी में न्यूनतम तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस तक कम चल रहा है। नौगांव और रतलाम में रात का पारा भोपाल के बराबर ही 3.1 डिग्री सेल्सियस कम चल रहा है।
14 जिलों में रात का पारा 10 डिग्री के नीचे
प्रदेश के 14 जिलों में रात का पारा 10 डिग्री से नीचे आ गया है। सबसे कम पचमढ़ी में 5.2 डिग्री है। प्रदेश के 12 जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से 12 डिग्री सेल्सियस के बीच है। सिर्फ खरगोन में यह 13 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार पांच दिन न्यूनतम और अधिकतम तापमान इसी तरह बने रहेंगे।
इंदौर में इसलिए तापमान ज्यादा नहीं गिर रहा
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि हिमालय से आ रही हवाएं ज्यादा स्ट्रॉन्ग नहीं हैं। इस कारण इनका असर ग्वालियर-चंबल के साथ भोपाल तक है। ये हवाएं ईस्ट की ओर जा रही हैं, इसीलिए इंदौर समेत इसके आसपास के इलाकों में तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं हो रही है।
इंदौर में शनिवार रात नवंबर की सबसे सर्द रात रही। नवंबर 2012 में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री रहा था, जबकि नवंबर 2013 में 10.4 डिग्री, 2016 में 12 डिग्री, 2017 में 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। 2019 में 14.2, 2020 में 11.7 तो 2021 में नवंबर में न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। इंदौर में 1938 में 25 नवंबर की रात 5.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ था।
24 घंटे में दृश्यता 6 किलोमीटर कम हुई
ठंड बढ़ने के साथ ही दिन और रात के समय प्रदेश भर में कोहरे का असर दिखाई देने लगा है। 24 घंटे के दौरान दृश्यता में काफी कमी आई है। अभी तक अधिकांश जगहों में यह 10 किलोमीटर तक था, अब यह अधिकांश जगहों में 4 किलोमीटर तक रह गई है। खजुराहो में सबसे कम 1 किलोमीटर दृश्यता रह गई है। ग्वालियर, इंदौर और मंडला में यह 2 किलोमीटर हो गई। भोपाल में अभी बहुत ज्यादा कोहरा नहीं है, लेकिन रात को अब ठंड सताने लगी है।
रात को 8 और दिन में 28 के करीब रहेगा तापमान
वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के जाते ही मालवा-निमाड़ में तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है, लेकिन भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर समेत अधिकांश जगहों में दिन और रात का तापमान लुढ़का है। नवंबर के अंत तक इसी तरह मौसम की स्थिति बनी रहेगी। इस कारण अगले 4-5 दिन इसी तरह तापमान कम ज्यादा होता रहेगा। प्रदेशभर में रात का पारा 8 डिग्री सेल्सियस और दिन का अधिकतम तापमान 28 डिग्री के आसपास बना रहेगा।
यहां रात में रही कड़ाके की ठंड
शहर | न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में) | अधिकतम तापमान |
पचमढ़ी | 5.2 | 22.0 |
नौगांव | 6.5 | 27.8 |
उमरिया | 7.2 | 28.8 |
रायसेन | 7.4 | 25.6 |
यहां रात का पारा 10 डिग्री से ज्यादा
शहर | न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में) | अधिकतम तापमान |
खरगोन | 13.2 | 30.0 |
सागर | 12.0 | 29.0 |
सीधी | 12.0 | 29.8 |
खंडवा | 12.0 | 29.1 |
चार महानगरों में न्यूनतम तापमान
शहर | न्यूनतम तापमान (डिग्री सेल्सियस में) | अधिकतम तापमान |
ग्वालियर | 8.7 | 28.0 |
जबलपुर | 9.2 | 27.0 |
भोपाल | 9.8 | 30.1 |
इंदौर | 11.6 | 29.1 |
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