इंडीयन ओलंपियाड क्वालीफायर (IOQ) एग्जाम क्वालीफाइ करने वालों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक पहचान मिलती है। ऐसे में उन्हें अच्छे कॉलेज और बेहतर जॉब के अवसर ज्यादा मिलते हैं। इसका फायदा उन्हें जॉब इनटरव्यू में भी ज्यादा मिलता है। यह जनवरी के पहले सप्ताह में देश भर में आयोजित होते हैं। मध्यप्रदेश से दो हिस्सों में 16 और 19 छात्रों को लिया जाता है। आइए जानते हैं एक्सपर्ट आकाश इंट्टीयूट भोपाल के असिस्टेंट डायरेक्टर रणधीर सिंह से...
यह छात्र परीक्षा में हिस्सा ले सकते
यह परीक्षा कक्षा 8वीं, 9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए होती है। एक शर्त यह होती है कि इसमें 12वीं पास छात्र नहीं बैठ सकते हैं। इसके लिए olympiads.hbcse.tifr.res.in पर पूरी जानकारी है। यह परीक्षा का स्टेज वन इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर्स (IAPT) और स्टेज टू होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन (HBCSE) आयोजित करता है। राष्ट्रीय केंद्र के तौर पर मैथ्स, केमिस्ट्री, फिजिक्स, बायोलॉजी और एस्ट्रोलॉजी में जूनियर साइंस ओलंपियाड प्रोग्राम को लागू करने के लिए भारत सरकार की नोडल एजेंसी है। बच्चे www.iapt.org.in में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
4 स्टेज होती है
पहले यह नेशनल स्टैंडर्ड एग्जाम (एनएसई) के नाम से जाना जाता है। अब इसे इंडीयन ओलंपियाड क्वालीफायर (IOQ) के नाम से जाना जाता है। यह चार स्टेज में होती है। पहली स्टेज में IOQ तीन घंटे का पेपर होता है। यह एक और दो घंटे में दो पेपर होते हैं। सबसे खास बात यह है कि पहले पेपर में क्वालीफाइ होने वालों की ही दूसरी कॉपी जाती है। सेकंट स्टेज में सिलेक्शन कैंप, थर्ड स्टेज में इंटरनेशन एग्जाम में जाने से पहले की तैयारी होगी। इसके बाद ही IOQ में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। यह हर साल होता है।
यह फायदे
मेरिट सर्टिफिकेट, स्पेशल मेरिट सर्टिफिकेट, गोल्ड ऑवर्ड, बोर्ड में अच्छा करने में मदद, प्रतियोगी परीक्षाओं को फेस करने के लिए आत्मविश्वास और अच्छे कॉलेज से लेकर जॉब तक इसका फायदा होता है।
भास्कर एक्सपर्ट सीरीज में अगला वीडियो भारतीय ओल्पियाड क्वालीफायर (IOQ) कैसे परीक्षा दें इस पर होगा। अगर आपका कोई सवाल हो, तो इस नंबर-9826857220 पर रविवार दोपहर 12 बजे तक वाट्सएप कर सकते हैं।
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