मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिन से लगातार बारिश हो रही है। भोपाल में भी रिकॉर्ड बारिश हो चुकी है। इससे तालाब-डैम सब छलक उठे हैं। कलियासोत-भदभदा डैम के तो सभी गेट खुल चुके हैं, लेकिन केरवा डैम का एक भी गेट नहीं खुला है। यह डैम अभी भी 3 फीट खाली है, जबकि पिछले साल यही डैम सबसे पहले भरा था। डैम के ओवरफ्लो होने का नजारा देखने के लिए हजारों लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन वे वापस लौट जाते हैं।
केरवा डैम का फुल टैंक लेवल 1673 फीट है। इस बार यह डैम 1669.29 तक भर चुका है, यानी फुल भराने में डैम अभी भी साढ़े 3 फीट तक खाली है। इतना पानी आने के बाद ही डैम के गेट ऑटोमेटिक खुल जाएंगे।
पिछली बार सबसे पहले खुले थे गेट
पिछली बार केरवा डैम के सबसे पहले गेट खुले थे। 17 सितंबर को दोपहर में एक साथ आठ में से पांच गेट खुले थे। इसके बाद भदभदा के गेट खुले थे। कलियासोत और केरवा डैम के गेट नहीं खुले थे।
क्यों बनी स्थिति
सीहोर जिले में पिछले कुछ दिन से अच्छी बारिश हो रही है। बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया में भी बारिश हुई। इसके चलते बड़ा तालाब फुल टैंक लेवल 1666.80 फीट तक भर गया। भदभदा डैम के सभी 11 गेट खोलने पड़े। अभी भी दो गेट खुले हुए हैं। भदभदा से छोड़ा गया पानी कलियासोत डैम में पहुंचा। इसके भी सभी 13 गेट खोल दिए गए। वर्तमान में पांच से छह गेट खुले हैं। दूसरी ओर, केरवा डैम के कैचमेंट एरिया में अच्छी बारिश नहीं हुई। इस कारण यह अब तक पूरी तरह से नहीं भर पाया।
मायूस होकर लौट जाते हैं लोग
केरवा डैम शहर का प्रमुख पिकनिक स्पॉट है। बारिश के चलते चारों ओर हरियाली हो गई है। लोग केरवा डैम भी पहुंच रहे हैं। ताकि, डैम के ओवरफ्लो होते नजारे के साथ प्रकृति को निहार सके, लेकिन अभी डैम नहीं भरने से वे मायूस होकर लौट जाते हैं।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.