यदि आप ट्रेन में बैठकर बिना हिले-डुले कुर्सी में घूमते हुए नेचर का आनंद उठाना चाहते हैं तो मध्यप्रदेश आना होगा। भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से चलने वाली जनशताब्दी एक्सप्रेस से आपको वो नजारे नजर आएंगे, जो किसी और ट्रेन से संभव नहीं है। इसमें लगे विस्टाडोम कोच में छत पर भी ट्रांसपरेंट ग्लास लगे हैं, जिसके जरिए आप जबलपुर तक रोमांचक सफर कर सकते हैं। कोच में बैठे-बैठे आप सतपुड़ा की पहाड़ी के साथ, नदी... झरने और हरियाली का आनंद उठा सकते हैं।
प्रति व्यक्ति 1390 रुपए चुकाने होंगे
मंगलवार यानी 16 अगस्त से ट्रेन में इस कोच की शुरुआत रानी कमलापति स्टेशन से हुई। यदि आपको सफर करते हुए प्रकृति को करीब से महूसस करना है तो इसके लिए प्रति व्यक्ति 1390 रुपए चुकाने होंगे। ट्रेन दोनों तरफ से रानी कमलापति, होशंगाबाद, इटारसी, पिपरिया, गाडरवारा, करेली, नरसिंहपुर, श्रीधाम और जबलपुर के मदन महल स्टेशन पर रुकेगी।
कोच में आरामदायक 44 सीटें
विस्टाडोम कोच यानी ऐसे डिब्बे हैं, जिनमें चौड़ी खिड़कियों के साथ छत कांच की होती है। पारदर्शी छत कोच को आकर्षक बनाती है। इस कोच में आरामदायक 44 सीटें हैं। इनके बीच स्पेस इतना है कि आराम से पैर फैलाकर सफर किया जा सकता है। सीटों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये तीन ओर घुम सकती हैं। यात्रा के दौरान आप किसी भी ओर घूमकर बैठ सकते हैं।
कोच अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस
यह कोच ग्लास रूफ टॉप, स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। इसके अतिरिक्त विस्टाडोम कोच में यात्रियों के लिए मल्टी-टियर स्टील लगेज शेल्फ, स्नैक टेबल, पर्यटकों के अनुकूल लाउंज, माइक्रोवेव ओवन, कॉफी मेकर और रेफ्रिजरेटर के साथ एक मिनी पेंट्री कार की सुविधा भी दी गई है। इस कोच में यात्रियों के लिए मनोरंजन की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
Copyright © 2023-24 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.