पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
नेहरू नगर स्थित बालिका गृह में रह रही प्यारे मियां याैन शाेषण मामले की नाबालिग पीड़िता की माैत नींद की गाेलियाें के ओवरडाेज से हुई थी। बालिका गृह में लड़कियाें काे दी जाने वालीं दवाओं की निगरानी का कोई सिस्टम नहीं है। इस कारण बालिका गृह में रह रही प्यारे मियां मामले की एक पीड़िता की माैत हाे गई। इसके लिए बालिका गृह की तत्कालीन अधीक्षिका अंताेनिया कुजूर को जिम्मेदार माना है। यह खुलासा बालिका गृह में नाबालिग बच्ची की माैत के मामले की मजिस्ट्रियल जांच रिपाेर्ट में हुआ है। मामले की जांच एडीएम माया अवस्थी ने की है। उन्हाेंने जांच रिपाेर्ट कलेक्टर अविनाश लवानिया काे साैंप दी है।
रिपाेर्ट के मुताबिक बालिका गृह में रह रही लड़कियाें काे बीमार हाेने पर दवाएं खाने के लिए दी जाती थीं, लेकिन जिस लड़की काे दवा दी गई है, वह दवा का तय डाेज ले रही है या अपनी मर्जी से डाेज बढ़ाकर दवाएं ले रही है, इसकी निगरानी नहीं की जाती थी। प्यारे मियां याैन शाेषण पीड़िता काे नींद की गाेलियां बालिका गृह प्रबंधन की ओर से दी गई थीं। इन्हीं के ओवरडाेज से उसकी माैत हाे गई। इसकी पुष्टि नाबालिग की विसरा जांच रिपाेर्ट में हुआ है। एडीएम अवस्थी ने प्रकरण से जुड़े 12 से ज्यादा लाेगाें के बयान लिए थे। इनमें नाबालिग के साथ रह रहीं दूसरी लड़कियां, उनके परिजन, बालिका गृह के कर्मचारी शामिल हैं।
अधीक्षिका से विवाद के बाद से ही डिप्रेशन में थी नाबालिग
आए दिन होता रहता था विवाद- रिपाेर्ट के मुताबिक नाबालिग बालिका गृह अधीक्षिका एक्का से विवाद हाेने के बाद से डिप्रेशन में थी। अधीक्षिका का उससे किसी न किसी बात पर विवाद हाेता रहता था। विवाद बढ़ने पर अधीक्षिका और नाबालिग के बीच हाथापाई भी हाे जाती थी। इस वजह से नाबालिग डिप्रेशन में थी।
स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दिलाएं- बालिका गृह की लड़कियाें की काउंसलिंग, प्राेफेशनल काउंसलर से कराई जाए। काउंसलिंग के दाैरान लड़कियाें द्वारा बताई गई परेशानियाें की जानकारी बालिका गृह अधीक्षिका काे दी जाए। साथ ही लड़कियाें काे स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग दिलाने के साथ ही, उन्हें नए राेजगाराें के बारे में भी बताया जाए।
विभागीय जांच भी कराई जाएगी- कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि मजिस्ट्रियल जांच के आधार पर बालिका गृह की अधीक्षिका की लापरवाही सामने आई है। वर्तमान में वह सस्पेंड चल रही हैं। आगे विभागीय जांच कराने का प्रतिवेदन संभाग कमिश्नर को भेजा गया है। इसके बाद क्या और कार्रवाई की जाए, यह तय किया जाएगा।
अर्जी खारिज... प्यारे मियां को वापस जबलपुर जेल भेजने के आदेश
भोपाल| नाबालिग बच्चियों से यौन शोषण के मामले में आरोपी प्यारे मियां को वापस जबलपुर सेंट्रल जेल भेजा जाएगा। उसकी ओर से आवेदन किया गया था कि उसे भोपाल सेंट्रल जेल में ही रखा जाए। आवेदन पर मंगलवार को सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश (एट्रोसिटी) उपेंद्र कुमार सिंह ने उसे खारिज कर दिया है और प्यारे मियां को जबलपुर सेंट्रल जेल भेजने के आदेश जारी किए। प्यारे के आवेदन पर विशेष लोक अभियोजक पीएन सिंह राजपूत ने आपत्ति की थी। इस दौरान आरोपी प्यारे भी कोर्ट में उपस्थित था। कोर्ट में मंगलवार को आखिरी पीड़िता के बयान दर्ज हुए। मामले में अगली सुनवाई 17 से 19 मार्च के बीच होगी।
पॉजिटिव- आर्थिक दृष्टि से आज का दिन आपके लिए कोई उपलब्धि ला रहा है, उन्हें सफल बनाने के लिए आपको दृढ़ निश्चयी होकर काम करना है। कुछ ज्ञानवर्धक तथा रोचक साहित्य के पठन-पाठन में भी समय व्यतीत होगा। ने...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.