अयोध्या नगर थाने के दो सिपाहियों ने एक हीरा कारोबारी के कर्मचारी से पांच लाख रुपए हड़पकर झूठी कहानी रच दी। इसमें से दो लाख रुपए खुद रख लिए और तीन लाख रुपए थाने ले जाकर जमा करवा दिए। कहा कि एक व्यक्ति की गाड़ी में ये रकम मिली थी, जो हमें देखकर भाग गया।
गनीमत ये रही कि थाना प्रभारी पवन सेन ने ये पूरा वाकया थाने के रोजनामचे में दर्ज कर एसपी साउथ को कॉल भी कर दिया। सिपाहियों की करतूत अगले दिन तब उजागर हो गई, जब भगाए गए कर्मचारी ने पुलिस अफसरों से इसकी शिकायत की। जांच में खुलासा हुआ कि थाने के सिपाहियों सुमित बघेल और विनोद रावत ने दो लाख रुपए हड़प लिए हैं और थाने में झूठी कहानी बताकर तीन लाख रुपए जमा करवाए हैं। इसका पता चलते ही एसपी साउथ साईं कृष्णा ने मामले की जांच एएसपी राजेश सिंह भदौरिया को सौंपी। बुधवार को पूरी हुई जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद एसपी ने दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। दोनों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी हुए हैं।
मीनाल रेसीडेंसी इलाके में 10 जुलाई को हुई थी घटना
ये वारदात बीती 10 जुलाई को गुजरात की एक हीरा कंपनी के कर्मचारी रौनक कुमार के साथ हुई। उस रात करीब सवा आठ बजे रौनक अपने साथी के साथ मीनाल रेसिडेंसी के गेट नंबर पांच से गुजर रहे थे। तभी उन्हें अयोध्या नगर थाने के चार्ली सवार सिपाही सुमित बघेल और विनोद रावत ने रोक लिया। रौनक के पास पिट्ठू बैग था, जिसमें 5 लाख रुपए रखे थे। इसे हवाला का पैसा बताते हुए दोनों सिपाहियों ने बैग छीन लिया था।
एसपी ने लौटवाई रकम
एसपी साउथ ने बताया कि रकम हड़पने के बाद दोनों सिपाहियों ने एक-एक लाख आपस में बांट लिए। बचे हुए तीन लाख रुपए लेकर थाने पहुंच गए। यहां थाना प्रभारी को झूठी कहानी सुना दी। कहा कि हमने संदिग्ध मानकर मोपेड सवार दो लोगों को रोका था। उनके पास बैग में रखी रकम का हिसाब पूछा तो दोनों भाग निकले। थाना प्रभारी के जरिए इस कहानी का पता एसपी को चला तो उन्होंने इसकी जांच के आदेश दे दिए। अगले दिन रौनक ने अफसरों से शिकायत की तो सिपाहियों की करतूत उजागर हो गई। इसके बाद एसपी ने दोनों सिपाहियों से जब्त दो लाख और थाने में रखे तीन लाख रुपए इकट्ठा करवाकर रौनक को लौटवा दी है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.