शाहपुरा इलाके में बंसल अस्पताल के अटेंडर की ट्रेन से कटकर मौत हो गई। युवक दो दिन से लापता था। पुलिस को रेलवे से पटरी पर अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली। जिसकी तलाशी ली गई तो जेब से मिले पहचान पत्र से उसकी शिनाख्त हुई। प्रारंभिक जांच में पुलिस सुसाइड मान रही है, फिलहाल पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने पीएम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। परिजन शव लेकर घर के लिए रवाना हो गए।
एएसआई रमेश दुबे ने बताया कि कान्हा कुंज कोलार का रहने वाला धनराज भनावत (30) पुत्र शंकर लाल भनावत बंसल अस्पताल में अटेंडर का काम करता था। धनराज 12 फरवरी को अस्पताल जाने की बात कहकर घर से निकला था। उसके बाद न काम पर गया न ही घर लौटा। सोमवार देर रात करीब 1:30 बजे रेलवे से सूचना मिली कि एक युवक की लाश बागसेवनियां से शाहपुरा के बीच में बने ओवरब्रिज के नीचे रेल की पटरी पर पड़ी है। मौके से पहुंचकर पुलिस ने देखा तो लाश दो टुकड़ों में मिली।
बंसल के आईडी कार्ड से हुई पहचान
जेब में तलाशी लेने के दौरान बंसल अस्पताल का आईडी कार्ड मिला। इस पर बंसल अस्पताल के कर्मचारियों से संपर्क किया गया। उन्होंने ने पहचान लिया। अस्पताल से ही परिजनों का नंबर मिला। इसके बाद परिजनों को सूचना देकर शिनाख्त के लिए बुलाया गया। शिनाख्त के बाद शव को पीएम के भेजा गया। प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है, फिलहाल मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पीएम के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा।
घर में पत्नी व दो छोटे बच्चे
भाई सतीश ने बताया कि धनराज बंसल अस्पताल में अटेंडर का काम करता था। दो दिन पहले लापता हो गया था। रंग पंचमी के चलते सबको लगा कि कहीं गया होगा आ जाएगा। इसके बावजूद हम उसकी तलाश कर रहे थे। 48 घंटे के बाद पुलिस के पास गुमशुदगी दर्ज कराने जाने वाले थे। तभी सोमवार देर रात पुलिस ने सूचना देकर हमें पटरी पर मिले एक शव का शिनाख्त करने बुलाया। जब हम पहुंचकर देखे तो वो धनराज का ही शव था। धनराज अपने पीछे पत्नी, 6 साल और ढाई साल के दो लड़कों को छोड़ गया।
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