प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सिर्फ ज्यादा पढ़ाई करना ही जरूरी नहीं होता है। इसके साथ कुछ छोटी-छोटी बातें ऐसी होता है, जिसे जानना जरूरी होता है। कई बार अच्छी पढ़ाई करने और सभी सवाल सही आने के बाद भी गलतियां हो जाती हैं। कुछ ऐसी गलतियों के कारण इसका असर रिजल्ट पर पड़ता है, इसलिए जरूरी है कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एग्जाम देने से पहले फाइनल जैसी तैयारी पहले से करें। इससे तनाव तो दूर होगा ही साथ में पेपर के दिन होने वाले 10-12 मिनट खराब होने से बचाए जा सकते हैं। इसका फायदा रिजल्ट 15% से 20% बेहतर करने में मदद मिलेगी। जानते हैं एक्सपर्ट रणधीर सिंह (आकाश इंस्टीट्यूट, भोपाल के असिस्टेंट डायरेक्टर) से...
रणधीर सिंह का कहना है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से लेकर एग्जाम देने के दिन को लेकर मुख्य 3 बातों पर फोकस करने को कहते हैं। उन्होंने बताया कि ऐसा करने से स्टूडेंट्स अपना रिजल्ट 15 से 20% तक और बेहतर कर सकते हैं। इससे गलती करने की संभावना कम हो जाती है।
ग्रुप में एग्जाम देने का अभ्यास करें
स्टूडेंट्स घर में हमेशा शांत माहौल में पढ़ाई करते हैं। ऐसे में परीक्षा के दिन कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसे, घर से परीक्षा सेंटर तक जाना। सेंटर में पेपर देने के दौरान एग्जामर और अन्य कारणों से तनाव तो होता ही है। करीब 10 से 12 मिनट का समय खराब होता है। इससे कई बार सही जवाब आने के बाद भी गलती हो जाती है। इसके कारण कई बच्चों के रिजल्ट पर ही 15 से 20% रिजल्ट पर प्रभाव पड़ता है, इसलिए जरूरी है कि हमेशा ग्रुप में परीक्षा देने का अभ्यास घर पर करें। शांत माहौल में पढ़ाई करें, लेकिन टेस्ट ऐसे माहौल में दे, जो बिल्कुल परीक्षा के दिन वाला हो। अभ्यास से परीक्षा के दिन बेहतर तरीके से परीक्षा दे सकेंगे।
सभी प्रश्न और ऑप्शन को ध्यान से पढ़े
परीक्षा के दिन क्लास रूम के अंदर पहुंचने के बाद इन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे प्रश्न को पूरा पड़ते ही पूरा जवाब आ जाना चाहिए। अगर जवाब नहीं है, तो ऑप्शन पढ़ने से कन्फ्यूजन बढ़ जाता है। जवाब होने से ऑप्शन से मैच करने से सही होने की संभावना बढ़ जाती है। प्रश्न पढ़ने के सभी ऑप्शन सभी पढ़े। जल्दबाजी में उत्तर न दें। कई बार सभ ऑप्शन सही होते हैं। ऐसे में अंत में दिया होता है कि सभी ऑप्शन सही हैं। यहां गलती हो जाती है।
आज के सभी परीक्षाओं में की वर्ड होते हैं। जैसे, प्रश्न में आता है कौन सा प्रश्न सही नहीं है। सही नहीं है। इसके अलावा भी अन्य की वर्ड बताते हैं कि प्रश्न की डिमांड क्या है। कई बार होता है कि लगता है कि यह प्रश्न पड़ा है और उत्तर नहीं आ रहा है, तो उससे जुड़ा कोई डाईग्राम या कोई स्कैच है, तो उसे ड्रा कर लें। समय बर्बाद करने की जरूरत नहीं है।
ओएमआर का अभ्यास करना जरूरी
ग्रुप परीक्षा की तैयारी नहीं करने से एग्जाम के दिन काफी तनाव होता है। ऐसे में दिमाग स्थिर नहीं रहता है। दिमाग को शांत रखें। इसके साथ ही ओएमआर भरने का अभ्यास भी करें। कई बार होता है कि सही ऑप्शन दिमाग सोच लेता है, लेकिन ओएमआर भरते समय किसी और ऑप्शन को भर देते हैं, इसलिए ओएमआर को भरने का अभ्यास अच्छे से करना जरूरी है।
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