लोकतांत्रिक प्रक्रिया में ग्राम पंचायतों के क्षेत्र निर्धारण यानी विस्थापन और पुनर्गठन की कार्रवाई पिछली बार साल 2019 में की गई थी, पर इसे बाद में निरस्त कर दिया गया था। अब फिर से पंचायतों में विस्थापन, पुनर्गठन यानी परिसीमन की कार्रवाई की जाएगी। 17 जनवरी यानी आज इसका प्रारंभिक प्रकाशन होगा, जबकि अलग-अलग प्रक्रियाओं के बाद 23 फरवरी को अंतिम प्रकाशन के साथ ये कार्यवाही पूरी होगी। जिला पंचायत सीईओ प्रीति यादव के अनुसार साल 2014 में अस्तित्व में रही पंचायतों व साल 2011 की जनसंख्या को आधार मानकर विस्थापन व पुनर्गठन की कार्यवाही करेंगे। इसके लिए अधिकारी-कर्मचारियों को दायित्व सौंपे गए हैं।
17 जनवरी को प्रारंभिक प्रकाशन
जिले में वर्तमान में हैं 622 ग्राम पंचायतें
जिले में वर्तमान में 622 ग्राम पंचायतें हैं। जिला पंचायत के 18 वार्ड व जनपद पंचायत ब्यावरा, राजगढ़, सारंगपुर में क्रमश: 25, 25, 25 वार्ड हैं। जबकि खिलचीपुर, जीरापुर में क्रमश: 23-23 व जनपद पंचायत नरसिंहगढ़ में 24 वार्ड हैं। ग्राम पंचायताें के परिसीमन के बाद जनपद व जिला पंचायत के वार्डों का परिसीमन होगा।
परिसीमन के बाद स्पष्ट होगी चुनाव की स्थिति, 2 साल से टाले जा रहे चुनाव
अलग-अलग कारणों से प्रदेश के साथ ही जिले में 2 साल से अधिक समय से त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव टाले जाते रहे हैं, ऐसे में सरपंचों का कार्यकाल भी इस बार 5 की जगह 7 साल से ज्यादा समय तक रहा है। हालांकि पिछले दिनों सरकार ने प्रधानों से पंचायतों के वित्तीय अधिकार वापस ले लिए हैं। अब परिसीमन के बाद फिर से चुनाव की प्रक्रिया का रास्ता स्पष्ट हो जाएगा। बता दें कि पिछले दिनों की गई चुनाव की प्रक्रिया में कई उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर दिए थे। इसके बाद चुनाव आयोग ने चुनाव की पूरी प्रक्रिया निरस्त कर दी थी।
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