बुधवार को क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में प्रभारी मंत्री ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए तैयारियां, वैक्सीनेशन सहित अन्य विभागों की गतिविधियों और योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
इस दौरान बुदनी के पूर्व विधायक एवं वेयर हाऊस कॉर्पोरेशन के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राजपूत ने क्षेत्र की एंबुलेंस को लेकर मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि जब वे वेयर हाऊस कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष थे तो बुदनी क्षेत्र की जनता की सुविधा के लिए दो एंबुलेंस खरीदने के लिए राशि जिला प्रशासन को दी थी। जिला प्रशासन ने राशि से 2 एंबुलेंस तो खरीद लीं, लेकिन अब तक दोनों एंबुलेंस क्षेत्र में नहीं पहुंची।
कांग्रेस की सरकार के दौरान जिला प्रशासन द्वारा एंबुलेंस खरीदने के बाद भी जब बुदनी क्षेत्र में एंबुलेंस नहीं भेजी गई तो क्षेत्र में एंबुलेंस को लेकर धरना प्रदर्शन हुआ, तब कहीं जाकर एक एंबुलेंस भेजी गई। यही नहीं कांग्रेस सरकार में रहे प्रभारी मंत्री ने बुदनी क्षेत्र की जनता के साथ खिलवाड़ करते हुए दूसरी एंबुलेंस को आष्टा क्षेत्र में भेज दिया गया।
इस पर प्रभारी मंत्री डॉ. चौधरी ने मामले को दिखवाते हुए नियमानुसार एंबुलेंस को बुदनी क्षेत्र भिजवाने के निर्देश दिए। बैठक में विधायक सुदेश राय और कलेक्टर सीएम ठाकुर ने जिला अस्पताल में मरीजों का दबाव अधिक होने की समस्या पर ध्यान दिलाया। कलेक्टर श्री ठाकुर ने बताया कि जिलेभर के साथ-साथ आसपास के जिलों से भी यहां मरीज आते हैं, जबकि जिला अस्पताल में सिर्फ 200 बेड की क्षमता है।
इस कारण कई बार ऐसी स्थिति बनती है कि एक-एक पलंग पर 2-2 मरीजों को भर्ती करना पडता है। यही नहीं कई बार तो मरीजों को पलंग नहीं मिलता है ऐसे में मरीज जमीन पर ही लेटकर इलाज करवाते हैं। जिस पर प्रभारी मंत्री श्री चौधरी ने जिला अस्पताल में 200 बेड और बढ़ाते हुए 400 बेड का करने के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश कलेक्टर को दिए।
विधायक श्री राय ने अस्पताल में चिकित्सकों एवं स्टाफ के पद खाली होने पर ध्यान दिलाया। पर्याप्त डॉक्टर और स्टाफ नहीं होने से मरीजों को इलाज में होने वाली परेशानी भी बैठक में बताते हुए इसके निराकरण की बात प्रभारी मंत्री से कही। बैठक में उपस्थित कई सदस्यों द्वारा राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत करने पर प्रभारी मंत्री डॉ चौधरी ने कलेक्टर श्री ठाकुर को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।
सभी पात्र हितग्राहियों तक पहुंचे योजनाओं का लाभ प्रभारी मंत्री
प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि सरकार द्वारा लोगों के कल्याण और विकास के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि जिले में अधिक से अधिक पात्र लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई जाए।
सीहोर जिले को टीकाकरण में प्रदेश के टॉप 5 जिले में शामिल होने पर हर्ष व्यक्त किया। कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ने बताया कि जिले में चार कोरोना पॉजिटिव मरीज है। अब तक कुल पांच लाख 34 हजार 345 डोज वैक्सीन के लोगों को लगाए गए हैं। वैक्सीनेशन को लेकर जिले में लगातार समीक्षा की जा रही है। संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ने की भी समीक्षा हुई।
तीसरी लहर से बचाव की ये तैयारियां
कलेक्टर चंद्र मोहन ठाकुर ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले के अस्पताल में 558 बिस्तरों की व्यवस्था है। इनमें 129 बिस्तर ऑक्सीजन युक्त हैं। इसके साथ ही बुदनी के 300 बिस्तरों में 100 बिस्तर ऑक्सीजन युक्त हैं। जिले में कुल 450 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और 692 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं।
इछावर विधायक एवं पूर्व मत्री करण सिंह वर्मा, सीहोर विधायक सुदेश राय, आष्टा विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य दामोदर राय, पूर्व निगम अध्यक्ष गुरुप्रसाद शर्मा, पूर्व विधायक राजेन्द्र राजपूत, भाजपा प्रदेश सचिव रघुनाथ भाटी, पूर्व नपा अध्यक्ष अमिता अरोरा, पूर्व जिलाध्यक्ष सीताराम यादव, राजेश राठौर, राजकुमार गुप्ता, राजेश सिंह राजपूत, महेश उपाध्याय सहित अन्य उपस्थित थे।
सीटी स्कैन की रिपोर्ट पर भर्ती किया था, कोरोना से मौत का सर्टिफिकेट नहीं
बैठक के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान कई मरीजों को सिटी स्कैन की रिपोर्ट के आधार पर कोविड वार्ड में भर्ती किया था। उनका कोविड का उपचार भी चला और कई ऐसे में मौत हो गई। यही नहीं इन मृतकों को कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार ही अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन अब परेशानी यह है कि उनके मृत्यु प्रमाण-पत्र में मौत की वजह कोरोना दर्ज नहीं है।
इस कारण उनके परिजनों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हालांकि इस मामले में प्रभारी मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि यह शासन स्तर का मामला है, इस संबंध में शासन के जिम्मेदारों को अवगत कराया जाएगा, इसके बाद जो हल निकलेगा, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूर्व निगम अध्यक्ष गुरुप्रसाद शर्मा ने भी मूंग खरीदी में किसानों को होने वाली परेशानियों के बारे में प्रभारी मंत्री को बताया।
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