जिले में अप्रैल से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी प्रक्रिया जारी है। गेहूं की खरीदी 16 मई तक की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा 28 मार्च से गेहूं उपार्जन प्रारंभ किया था। इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, जो पिछले साल से 40 रुपए प्रति क्विंटल अधिक है।
किसानों का ही पंजीयन हो सके, इसके लिए शासन द्वारा पंजीयन करने के लिए आधार नंबर आधारित बायोमैट्रिक/ओटीपी सत्यापन के आधार पर पंजीयन की व्यवस्था की गई है। इसमें बायोमैट्रिक सत्यापन के द्वारा पंजीयन किया गया। इसके तहत ऐसे शारीरिक रूप से अक्षम एवं वृद्ध किसान, जिनके पास आधार नंबर नहीं था, उन्हें नॉमिनी के माध्यम से पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। वहीं, दूसरी और किसान से आग्रह किया है कि जिलें में गेहूं उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से समर्थन मूल्य गेहूं उपार्जन का कार्य शासन द्वारा किया जा रहा है। सभी किसान शासन द्वारा निर्धारित मानक स्तर का एफएक्यू गुणवत्ता का गेहूं ही उपार्जन केन्द्र पर बेचने के लिए लेकर आएं।
किसान भाइयों का गेहूं एफएक्यू गुणवत्ता का नहीं होने की स्थिति में उपार्जन केन्द्र स्तर पर ही गेहूं की ग्रेडिंग की व्यवस्था उपलब्ध करवाई गई है, जिसमें किसान भाई शासन द्वारा निर्धारित दर से शुल्क जमा कर अपने गेहूं की ग्रेडिंग कराई जा सकती है। उपार्जन केन्द्र पर एफएक्यू गुणवत्ता का ही गेहूं विक्रय किया जा सकता है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.