कवि, उपन्यासकार, नाटककार, चित्रकार और दार्शनिक रवींद्र नाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को हुआ था। वह एशिया के प्रथम व्यक्ति थे जिन्हें नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सालों से उनकी प्रतिमा बुरहानपुर के शनवारा चौराहे पर लगी है, लेकिन कभी किसी ने इसकी सुध नहीं ली। पहली बार रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती पर यहां वृहद गुजराती समाज के नवनिर्वाचित अध्यक्ष व पूर्व निगमाध्यक्ष मनोज तारवाला पहुंचे। खास बात यह है कि उन्होंने यहां खुद अपने हाथों से प्रतिमा की पानी से साफ सफाई की।
राष्ट्रगान के रचयिता हैं टैगोर
रवींद्रनाथ टैगोर राष्ट्र गान के रचयिता हैं। शनवारा पर उनकी प्रतिमा तो लगी है, लेकिन इसकी देखरेख और साफ-सफाई नहीं हो पाती। पहली बार गुजराती समाज अध्यक्ष ने यहां पहुंचकर सफाई की। इस दौरान सतीश देशमुख, हीरालाल बड़ग़ुर्जर, अशोक कुरील, राजा जंगाले, शिव गोविंदजीवाला, राहुल मराठा, विकास दुबे, विवेक श्रीमाली मौजूद थे।
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