पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण तो जगह जगह किया जाता है, लेकिन नेपानगर में एक सामाजिक संस्था ने अनोखे तरीके से पौधारोपण कराया। विवाह पंचमी पर यहां युगल पौधारोपण कराया गया। जिसके के तहत पति, पत्नी से एक साथ एक ही गड्ढे में पौधे रोपित कराए गए। इस पहल की नगर में सराहना की जा रही है।
दरअसल नगर की सृष्टि सेवा संकल्प समिति पर्यावरण के क्षेत्र में काम करती है। पूर्व में बारिष से पहले संस्था द्वारा सीड बॉल निर्माण कराए गए थे। बारिष होने पर सीड बॉल पहाड़ियों पर फेंककर नए तरीके से पौधारोपण कराया गया। अब इस बार संस्था द्वारा 28 नवंबर को विवाह पंचमी पर पत्नी, पत्नी से पौधारोपण कराया गया। इसे युगल पौधारोपण नाम दिया गया। एक पौधे का नाम सियाराम वृक्ष भी रखा गया। पति, पत्नी जोड़े से यहां पौधारोपण करने पहुंचे। संस्था के आशीष सोनी ने बताया यह कार्यक्रम बीड़ कॉलोनी में आयोजित किया गया जिसमें दंपतियों द्वारा आंवला, जाम, सीताफल आदि के कुल 16 पौधे रोपित किए गए।
पौधारोपण की यह रही थीम
आशीष सोनी के अनुसार मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भगवान श्रीराम व माता सीता का विवाह हुआ था। इस दिन भगवान श्रीराम व माता सीता का विवाहोत्सव मनाया जाता है। इसे विवाह पंचमी भी कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर वृक्षारोपण करना बेहद शुभ माना गया है। इसलिए यह किया गया। भगवान के अवतारों में विवाह सिर्फ़ भगवान राम का हुआ है। आदर्श दाम्पत्य जीवन कैसा होना चाहिए ये प्रेरणा हमें उनसे मिलती है। हमारा भी दाम्पत्य जीवन उस दिव्य दंपती के सामान हो ऐसी अभिलाषा के साथ विवाह पंचमी पर दंपती मिलकर युगल सियाराम वृक्ष का रोपण किया।
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