गंदगी और मच्छर पनपने से ग्रामीण हाे रहे परेशान:भगवां में नियमित सफाई न होने से जगह- जगह लगे कचरे के ढेर, जिम्मेदार अनजान

घुवारा3 महीने पहले
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बड़ामलहरा जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत भगवां में सरपंच सचिव की उदासीनता के चलते जगह-जगह कचरे के ढेर देखने को मिल रहे हैं। ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा कचरे के ढेरों को न उठा कर अनदेखी की जा रही है। जिससे वार्डवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। हरीनगर के रहवासियों का कहना है कि हमारे यहां कचड़ा गाड़ी नाम मात्र के लिए आती है। गाड़ी हरीनगर तिराहा तक ही जाती है। कचड़ा गाड़ी गांव के अंदर नहीं जाती है गाड़ी जिसका उपयोग नहीं कर पाते ग्राम वासी गाड़ी एक दिन छोड़ एक दिन आती है।

दिन में एक ही बार कचड़ा गाड़ी आ रही है जिससे कई जगह कचरे के ढेर लग जाते है। जिससे रहवासियों को मजबूत कचरे को रोड पर डालना पड़ रहा है। नियमित कचरा गाड़ी न आने से कचरे के ढेर लग जाते हैं। सुअर, कुत्ते आदि मवेशी कचरे को चारों ओर फैलाते हैं। ग्रामीणों ने नियमित कचरा संग्रहण वाहन वार्ड के अंदर भेजने की मांग की है। वार्डवासियों ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या रोजाना घरों से निकलने वाला कचरा होता है।

जिसके लिए ग्राम पंचायत के द्वारा कचरा संग्रहण वाहन से घर-घर जाकर कचरा जमा किया जाता है। परंतु गांव के अन्दर न आने से वार्डवासियों के घरों का कचरा फेंकना एक बड़ा विषय हो गया है। लोगों के द्वारा यदि कचरा घर के

बस स्टैंड पर भी कोई सुविधाएं नहीं हैं

बता दें कि भगवां का बस स्टैंड लगातार अव्यवस्थाओं से जूझ रहा है। छतरपुर व रामटोरिया से आने-जाने वालों यात्रियों को प्रतिदिन परेशानियां हो रहीं हैं। परिसर में चारों तरफ गंदगी का आलम है। नालियां खुली पड़ी हैं, बैठने की कोई व्यवस्था नहीं हैं यहां तक की यात्रियों की प्यास बुझाने के लिए कोई पेयजल की उपलब्धता भी नहीं है। छतरपुर, बड़ामलहरा, सेंदपा, लिधौरा, फुटवारी, हरीनगर, सिमरिया पनवारी, घुवारा, रामटोरिया सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में यात्री बसें भगवां बस स्टैंड से आवागमन करती हैं। बस स्टैंड से अन्य रूट के लिए भी कई बसें प्रतिदिन संचालित होती हैं। यहां से रोज हजारों यात्रियों का यहां आना-जाना लगा रहता है। बस स्टैंड पर रुकने वाले यात्रियों के लिए कोई सुविधाएं नहीं हैं।

ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव

क्यों : शासन द्वारा गांवों में साफ-सफाई के लिए बजट आता है लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा यह बजट बंदरबांट कर सफाई कागजों पर ही दिखा दी जाती है। इस लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।

"अभी पंचायत के सरपंच-सचिव से बात करता हूं। निश्चित रूप से सफाई करवाई जाएगी।"
-मोहनलाल वर्मा, सीईओ, जनपद बड़ामलहरा।

"जांच करवाता हूं। ऐसा है तो कार्रवाई की जाएगी।"
-राहुल सिलाडिया, एसडीएम, बड़ामलहरा।

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