24-25 जनवरी को राजनगर अधिवक्ता संघ के अधिवक्ताओं ने दो दिन प्रतिवाद दिवस के रूप में मनाया। इसके पहले दिन शान्तिपूर्ण हड़ताल की गई। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय की ओर से जो प्रति दिन न्यायालय में कार्य करने की प्रक्रिया की शुरुआत की है, वह न तो अधिवक्ताओं के हित में है न ही पक्षकारों के हित में है।
दरअसल, उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ सभी अधिवक्ता आदेश वापस लेने के लिए राजनगर व्यवहार न्यायाधीश ब्रजेश चंसोरिया और अमोध अग्रवाल महोदय को चीफ जस्टिस उच्चतम न्यायालय के नाम ज्ञापन दिया। अधिवक्ताओं ने कहा कि यदि शांतिपूर्ण प्रतिवाद दिवस में सहयोग प्रदान नहीं होता है या हमारी अधिवक्ताओं की मांग को नजर अंदाज किया जाता है तो आने वाली लोक अदालत में सभी अधिवक्ता लोक अदालत का भी बहिष्कार करेंगे। इस संबंध में ब्रजेश चंसोरिया न्यायधीश महोदय ने कहा कि वह ज्ञापन को उच्चतम न्यायालय को भेजेंगे।
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