छतरपुर में जनवरी के आखिरी दिन तक मौसम की मार:2 दिन बाद फिर मौसम बदलने की आशंका, किसानों को फसल की चिंता

छतरपुर (मध्य प्रदेश)4 महीने पहले
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पिछले 4 दिनों से रुक-रुक कर बारिश होने का क्रम जारी है। जिले के बिजावर क्षेत्र में ओलावृष्टि से फसलें कुछ हद तक प्रभावित हुई है। मौसम फिर से एक बार करवट ले सकता है। महीने के आखिरी दिन तक आसमानी आफत का खतरा बरकरार रहेगा।

मौसम विभाग का कहना है कि 29, 30 और 31 जनवरी तक फिर से पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। मौसम विभाग ने जिले के विभिन्न हिस्सों में हल्की बारिश तथा चमक गरज के साथ ओलावृष्टि की आशंका जताई है। खजुराहो स्थित मौसम विभाग में पदस्थ आर एस परिहार ने बताया कि बादलों में अभी भी गर्मी बरकरार है। इसलिए पानी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। परिहार ने बताया कि रात के तापमान से दिन का तापमान 2 गुना से अधिक है। मौसम कई रूप दिखा रहा है। इन दिनों मावठ से फसलों को संजीवनी मिली है लेकिन यदि यही मावठ का क्रम जारी रहा तो फसलों में नुकसान होने लगेगा। किसानों को इस बात का भय सता रहा है कि यदि बारिश का क्रम लगातार जारी रहा और धूप नजर नहीं आई तो फसलों के खराब होने की संभावना बढ़ेगी वही ओलावृष्टि के खतरे से किसान चिंतित है। मौसम विभाग के मुताबिक दिन का तापमान 22 डिग्री से अधिक था तो रात का तापमान करीब 11 डिग्री दर्ज किया गया।

सर्वे के निर्देश, नुकसान की आशंका कम

जिले के बड़ामलहरा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मनकारी एवं बूदौर व बिजावर क्षेत्र के ग्राम गुलाट, पाटन, खैरों, मोतीगढ़, लहर और मझगुवां में ओलावृष्टि की खबरें सामने आयीं हैं। बिजावर क्षेत्र में ओलावृष्टि की खबर लगते ही विधायक बबलू शुक्ला और भाजपा जिलाध्यक्ष मलखान सिंह व बड़ामलहरा में प्रद्युम्र सिंह व भाजपा नेता मनोज यादव, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष बॉबीराजा ने किसानों के हालात जाने हैं। उधर कलेक्टर संदीप जीआर ने कहा कि संबंधित पटवारी को निर्देशित किया गया है कि वे अपने क्षेत्रों में फसलों के नुकसान का सर्वे करें। एडीएम नमाशिवाय अरजरिया ने कहा कि जिले में चूंकि ज्यादातर स्थानों पर गेहूं की फसल बोयी गई है जिसके लिए मावठ का यह पानी फायदेमंद है जहां ओले गिरे हैं वहां भी बड़े नुकसान की रिपोर्ट नहीं आई है।