राष्ट्रीय प्रतियोगिता:लवकुशनगर के खिलाड़ी का ग्रीको रोमन कुश्ती में चयन

छतरपुर4 महीने पहले
  • कॉपी लिंक
सुजीत सिंह - Dainik Bhaskar
सुजीत सिंह
  • शासकीय महाविद्यालय की महिला कोच तैयार कर रहीं कुश्ती और जूडो के खिलाड़ी

जिले के लवकुशनगर शासकीय महाविद्यालय के छात्र का कोल्हापुर महाराष्ट्र में हो रही राष्ट्रीय ग्रीको रोमन कुश्ती प्रतियोगिता के लिए चयन हुआ है। महाविद्यालय के छात्र सुजीत सिंह ने पिछले माह संभाग स्तरीय और राज्य स्तरीय ग्रीको रोमन कुश्ती प्रतियोगिता में अव्वल प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल जीता था। संभाग और राज्य स्तर पर बेहतर प्रदर्शन की बदौलत सुजीत सिंह को राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चुना गया। वह कोल्हापुर में अपनी कुश्ती के दाव-पेंच दिखाएगा।

मूल रूप से किसान के बेटे सुजीत ने कोल्हापुर रवाना होने से पहले आत्मविश्वास के साथ कहा कि मैं वहां से शुभ संदेश लेकर ही लौटूंगा। महाविद्यालय के प्राचार्य एचसी अहिरवार और समस्त स्टाफ ने छात्र के विजय होने का आशीष दिया।

महिला कोच ने सिखाए कुश्ती के दाव-पेंच
राष्ट्रीय प्रतियोगिता खेलने गए सुजीत सिंह को महाविद्यालय की महिला क्रीड़ा अधिकारी व कोच डॉ. सोना विश्वकर्मा ने कुश्ती के दाव-पेंच सिखाकर तैयार किया है। कोच डॉ. सोना खुद भी एक अच्छी खिलाड़ी हैं।
खेती में पिता का हाथ बंटाता है सुजीत
खिलाड़ी सुजीत सिंह लवकुशनगर के किसान का बेटा है। उसके पिता किसानी करते हैं। पिता और परिवार वाले उसे अच्छा खिलाड़ी बनाने के लिए लगातार प्रोत्साहित करते हैं। सुजीत सिंह ने बताया कि वह कॉलेज से घर जाता है तो अपने पिता के साथ खेत पर जाकर किसानी में हाथ बटाता है। उसका कहना है कि वह बड़ा खिलाड़ी बनकर अपने पिता से मेहनत के सारे काम बंद करवाना चाहता है। अपने परिवार और क्षेत्र का नाम ऊंचा करना चाहता है।

हमारे खिलाड़ियों में जोश और होश दोनों हैं
क्रीड़ा अधिकारी डॉ. सोना ने बताया कि उन्होंने सुजीत सिंह के अलावा महाविद्यालय के अन्य खिलाड़ियों को भी तैयार किया है। उनके शिष्य आशुतोष शुक्ला और आजाद खान भी अभी राष्ट्रीय फ्री स्टाइल कुश्ती खेल कर आए हैं। उनका प्रदर्शन ठीक रहा। इसके अलावा हाल ही में जालंधर में हुई राष्ट्रीय जूडो प्रतियोगिता में शिखा अनुरागी, रोहिणी विश्वकर्मा, रेखा राजपूत खेल कर आई हैं। इंदौर के देवी अहिल्या बाई महाविद्यालय में दिसंबर मंे हुई राज्य स्तरीय जूड़ो में शिखा को रजत पद मिला, रोहिणी को कांस्य पदक मिला है।