दक्षिण वनमंडल अंतर्गत बिछुआ रेंज सागौन तस्करी को लेकर चर्चित है। यहां सैकड़ों की संख्या में लोग फर्नीचर बनाने का काम करते है। ज्यादातर फर्नीचर निर्माता कच्चा पक्का काम कर वनों पर प्रहार कर रहे है, तो वही शासन को भी चूना लगा रहे है। अवैध रूप से फर्नीचर और सागौन तस्करी का काम करने वालों की गिनती ही नहीं है। हालांकि स्थानीय स्टाफ को तस्करों की भनक जरूर होती है किन्तु मिलीभगत के चलते स्थानीय अमला चुप्पी साधे बैठा रहता है। ऐसे में बिछुआ रेंज में लगातार जंगलों पर जमकर प्रहार हो रहा है ।
कुछ ऐसा ही खुलासा बीते दिन सीसीएफ उड़नदस्ता दल की कार्यवाही के दौरान हुआ। मुखबिर की सूचना पर उड़नदस्ता दल द्वारा एक अवैध फर्नीचर फैक्ट्री पर छापामार कार्यवाही की। जिसमे लाखों रुपए की सागौन लकडिया और सामग्रियां जब्त की गई।
मिली जानकारी अनुसार बीते दिन एपीसीसीएफ के के भारद्वाज को मुखबिर द्वारा सूचना दी गई, कि बिछुआ रेंज की आमाकुही सर्किल अंतर्गत ग्राम पानाथावड़ी निवासी शत्रुघ्न कालूराम खापरे और पिंटू पिता शत्रुघ्न खापरे द्वारा अवैध रूप से फर्नीचर का व्यवसाय किया जा रहा है। सूचना मिलते ही एपीसीसीएफ भारद्वाज ने उड़नदस्ता दल को मौके पर भेजा।
जहां उड़नदस्ता दल ने छापामार कार्यवाही कर 179 नग सागौन सिल्लियां और चरपट जब्त की गई। इस दौरान आरोपी बड़ी संख्या में फर्नीचर बनाते मिले। जिसके चलते उड़नदस्ता दल ने कटर मशीन सहित अन्य औजार भी जब्त किया गया। कार्यवाही के दौरान उड़नदस्ता प्रभारी देवेंद्र सोनी, सहायक राजेश बागड़े, वनरक्षक विजय गढ़ेवाल, भानू प्रताप सिंह, दुर्गेश कवरेती, वर्षा बेलवंशी, तुलसीराम चौरे सहित अमला मौजूद था।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.