जिले में भले ही अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीनेशन का महाअभियान चलाया जा रहा हो लेकिन अभी तक जिले में महज 7 प्रतिशत लोगों को भी वैक्सीनेशन के दोनों डोज नहीं लग पाए है। हालांकि प्रथम डोज का आंकड़ा 26 प्रतिशत पहुंच गया है । लेकिन यह भी । उम्मीदों से बेहत कम बताया जा रहा है। जिले में वैक्सीन का कम प्रतिशत होने की मुख्य वजह वैक्सीन की कमी बताई जा रही है । लोग तो वैक्सीन लगवाने सेंटर पहुंच रहे है लेकिन सेंटरों पर वैक्सीन ना होने की स्थिति में लोगों को बिना वैक्सीन लगवाए ही घर लौटना पड़ रहा है। इन लोगों में कई लोग तो ऐसे भी है जो तीन चार दिन लगातार लाइनों पर खड़े रहे लेकिनजब इनका नम्बर आया तब तक वैक्सीन के डोज खत्म हो गए ।
जिसके चलते लोगों को निराश होकर घर लौटना पड़ा।इसी के साथ अधिकांश दिनों आए दिन वैक्सीनेशन कार्य को अब तक 5 लाख 40 हजार 124 लाख 28 हजार 762 व्यक्तियों वैक्सीनेशन डे को निरस्त कर निरस्त कर दिया जा रहा है।
व्यक्तियों द्वारा कोविड-19 टीके की प्रथम व एक लाख 11 हजार देना भी एक बड़ा कारण बन रहा स्वास्थ्य विभाग से मिली की प्रथम और व्दितीय डोज 362 व्यक्तियों की व्दितीय डोज है। वैक्सीन के कमी के चलते जानकारी अनुसार जिले भर में लगवाई जा चुकी है। जिसमें 4 शामिल है।
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बुधवार को भी नहीं लग पाएगी वैक्सीन
रिकार्ड वैक्सीनेशन कार्य के बाद सोमवार-मंगलवार को वैक्सीनेशन कार्य पर विराम लगाया गया था। जिसके बाद लोगों को उम्मीद थी कि बुधवार को वैक्सीन के डोज लगाए जाएंगे। लेकिन अब बुधवार को भी वैक्सीनेशन कार्य नहीं किया जाएगा। टीकाकरण अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया है कि बुधवार के लिए भोपाल से अलाटमेंट जारी हो गया है जिसमें जिले को वैक्सीन के डोज नहीं दिए गए ।
पहला डोज | दूसरा डोज | ||
हेल्थ केयर वर्कर |
| 9761 | |
फ्रंटलाइन वर्कर | 13039 | 10266 | |
18 से 44 वर्ष |
| 12315 | |
45 साल से अधिक |
| 79020 | |
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