दमोह के नोहटा में रहने वाले वीरेंद्र अहिरवार नाम के युवक की शनिवार दोपहर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजन उसे गंभीर हालत में नोहटा जिला अस्पताल लेकर आए। जहां कुछ देर इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि गलत इलाज के कारण वीरेंद्र की मौत हुई है। मृतक वीरेंद्र के पिता भागचंद का कहना है कि उनके बेटे ने शराब पी रखी थी और शराब के साथ ही उसने कोई जहरीला पदार्थ पी लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। वह उसे पहले नोहटा अस्पताल ले गए, जहां उसका इलाज किया गया। उस समय उसकी हालत बिल्कुल सामान्य थी। उसके बेटे को जिला अस्पताल रेफर किया गया। यहां जैसे ही वह अपने बेटे को लाए, नर्स स्टाफ ने उसे नाक में एक नली डाली, जो उनके बेटे ने निकाल दी। इसके बाद नर्स ने उनके बेटे को 2 इंजेक्शन लगाए जिसके बाद उनके बेटे की मौत हो गई। उनका आरोप है कि नर्स स्टाफ के गलत इलाज के कारण उनके बेटे की जान गई है। युवक की मौत के बाद परिजन काफी देर तक अस्पताल में हंगामा करते रहे। हालांकि पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हो गया।
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