LIVEलीकेज वाले डैम की वॉल तोड़कर छोड़ा जा रहा पानी:भारी बारिश के अलर्ट के बाद सरकार ने बदला प्लान, 18 गांव कराए खाली

धार7 महीने पहले

धार जिले के लीकेज वाले कारम डैम से करीब 48 घंटे की मशक्कत के बाद अब बांध की दीवार तोड़कर पानी छोड़ा जा रहा है। ये पानी कारम नदी से बहकर प्रभावित गांवों से होता हुआ महेश्वर में जाकर नर्मदा नदी में मिलेगा। प्रशासन ने प्रभावित गांवों में अलर्ट जारी कर गांवों को खाली करा लिया है।

इससे पहले डैम से पानी खाली करने के लिए नहर खोदी जा रही थी, लेकिन चट्टान आने से खुदाई के काम में काफी दिक्कतें आ रही थी। वहीं मौसम विभाग ने भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके बाद सरकार ने डैम से पानी निकालने के लिए प्लान बदला। डैम की जिस वॉल में पानी का रिसाव हो रहा है, उसी को तोड़कर पानी निकालने का निर्णय लिया। अब दीवार तोड़कर पानी छोड़ा जा रहा है।

कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि यदि बांध निर्माणाधीन ही था तो फिर इसे पूरा क्यों भरा गया। 10 किमी के कैचमेंट एरिया में जब जलस्तर बढ़ने लगा था तो बांध में नहर के लिए बनाए गए वॉल्व क्यों नहीं खोले गए। उधर, धरमपुरी विधायक पाचीलाल मेढ़ा ने आरोप लगाया कि बांध निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है।

अभी धीमे बहाव से निकल रहा पानी, सुबह तक तेज होगा फ्लो।
अभी धीमे बहाव से निकल रहा पानी, सुबह तक तेज होगा फ्लो।

बांध निर्माण में इंजीनियरिंग के मूल सिद्धांतों का भी पालन नहीं हुआ

डैम के निर्माण में हुई लापरवाही के बारे में बताते हुए जल संसाधन विभाग के रिटायर्ड एसई अशोक सोजातिया ने भास्कर से कहा- इस बांध में बड़ी गलती कंस्ट्रक्शन की गलत प्लानिंग है। जहां से रिसाव हुआ है, वहां का काम सबसे महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण होता है। इसे नाले का काम कहते हैं। यह काम एक साल का होता है और बारिश से पहले पूरा कर लेते हैं। नदी गहरी होने से उसका पाट भी गहरा है। ऊंचाई अधिक और चौड़ाई कम है। संभवत: काम की गति धीमी होने से यह सब कुछ हुआ है।

विभाग के ही सेवानिवृत्त चीफ इंजीनियर सुधीर सक्सेना ने बताया कि यह सामान्य ज्ञान है... जिस साल बांध बनाया जाता है, उस साल पूरा नहीं भरते। जितने बांध अब तक मैंने देखे हैं, सबके लिए अलग तरह की डिजाइन होती है। बांध में कितना पानी हो, यह उसकी डिजाइन पर निर्भर करता है। यह जरूर है कि पहले साल में पूरी क्षमता से पानी नहीं भरा जाता। यह बहुत सामान्य ज्ञान की बात है। अब यदि निर्माणाधीन डेम है तो फिर सोचा जा सकता है कि इतना पानी कहां से आया। इसकी व्यवस्था क्यों नहीं की।

CM शिवराज ने मंत्री राज्यवर्धन सिंह से ली पानी निकासी की जानकारी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रात्रि में औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव से कारम बांध से सुरक्षित पानी निकासी की जानकारी ली। बताया गया कि वहां से पानी की निकासी शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पानी निकासी का रास्ता बनाने वाले मशीन ऑपरेटर्स का पूरा ध्यान रखा जाए।

सरकार ने डैम से प्रभावित आसपास के 18 गांवों को खाली कराया है। लोगों को राहत शिविरों और ऊंचे स्थानों पर सुरक्षित ठहराया गया है। सीएम शिवराज सिंह ने अपील की है कि सभी 18 गांवों के लोग किसी भी हालत में अपने गांव अभी ना जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी स्थिति पर उनकी नजर है। सीएम शिवराज ने ट्वीट किया है -

पोकलेन मशीन से डैम की वॉल तोड़ने का काम किया गया।
पोकलेन मशीन से डैम की वॉल तोड़ने का काम किया गया।

पूजा-पाठ का भी लिया सहारा

बांध को फूटने से बचाने के लिए जिला प्रशासन मरम्मत के साथ-साथ अब पूजा-पाठ का भी सहारा लिया। प्रशासन ने शनिवार शाम धार SDM रोशनी पाटीदार व एक अन्य सुहागन महिला से मां नर्मदा व कारम नदी की पूजा करवाई। दोनों महिलाओं से थाली में सारी, रोली, कंकु, मेहंदी, बिंदी, चूड़ी, नारियल व रुपए रखकर पूजा करवाई गई। पूजा के बाद सुहाग की सामग्री नदी में प्रवाहित कर प्रार्थना की गई कि हे माँ इस संकट को दूर करो। किसी तरह की जनहानि व पशु हानि न हो, डैम को भी नुकसान नहीं हो। दोनों महिलाओं के साथ जिला प्रशासन के अधिकारी व जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने भी मां की पूजा कर प्रार्थना की।

इससे पहले डैम को फूटने से बचाने के लिए सेना ने मोर्चा संभाला। शनिवार को सेना का 15 सीटर हेलिकॉप्टर खरगोन जिले के महेश्वर पहुंचा। यहां हेलिकॉप्टर उतरा, इसमें सेना के 15 जवान सवार थे। जवानों ने यहां के हालात देखे। कुछ देर बाद हेलिकॉप्टर यहां से उड़ा और कारम नदी ऊपर का एक चक्कर लगाकर लौट गया। मेधा पाटकर भी डैम पर पहुंची। उन्होंने यहां मंत्री तुलसी सिलावट से मुलाकात की।

बुजुर्ग महिला को सुरक्षित स्थान पर ले जाते सेना के जवान।
बुजुर्ग महिला को सुरक्षित स्थान पर ले जाते सेना के जवान।
मेधा पाटकर ने डैम पर पहुंचर मंत्री तुलसी सिलावट से मुलाकात की।
मेधा पाटकर ने डैम पर पहुंचर मंत्री तुलसी सिलावट से मुलाकात की।

सीएम ने की पीएम से बात, डैम के बारे में जानकारी दी
धार डैम को लेकर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले के विशेषज्ञ रूड़की के डॉक्टर एनके गोयल से लगातार संपर्क में हैं और वह हमें गाइड कर रहे हैं। इसके अलावा बांध सुरक्षा के राष्ट्रीय विशेषज्ञ डॉ. वनबोरकर से भी हम लगातार संपर्क में है। उनका भी मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है।

इसके अलावा मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को भी धार जिले के निर्माणाधीन बांध में रिसाव और क्षेत्र के निवासियों के रेस्क्यू के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस समय एक डायवर्शन मार्ग द्वारा बांध के जल को अन्य दिशा में प्रवाहित करने का काम शुरू किया गया है। शिवराज ने SDRF, NDRF, CPWD, सेना के वरिष्ठ अधिकारियों सहित विभिन्न एजेंसियों और विशेषज्ञों से भी निर्माणाधीन बांध से लोगों की सुरक्षा के संबंध में चर्चा की।

शनिवार को सेना का 15 सीटर हेलिकॉप्टर महेश्वर पहुंचा।
शनिवार को सेना का 15 सीटर हेलिकॉप्टर महेश्वर पहुंचा।

धार डैम को लेकर सीएम ने की राज्यपाल से चर्चा
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने धार डैम को लेकर राज्यपाल मंगू भाई पटेल से फोन पर चर्चा की और उनको डैम के बारे में अवगत कराया। सीएम ने बताया कि धार के निर्माणाधीन डैम पर पैरेलर चैनल बनाने के साथ ही बचाव कार्य भी किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री खुद कर रहे मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार सुबह 11 बजे वल्लभ भवन (भोपाल) पहुंचे। यहां बनाए गए सिचुएशन रूम से उन्होंने डैम और ताजा स्थिति की जानकारी ली। मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, ACS राजौरा, ACS एसएन मिश्रा भी साथ रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि हमारा प्रयास है कि बाइपास नहर बन जाए, जिससे पानी निकाला जा सके। गुरुवार से लगातार काम चल रहा है। बांध सुरक्षा के राष्ट्रीय विशेषज्ञ से भी हम लगातार संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री ने अपने घर जैत जाने का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया।

मेजर समेत सेना के 40 जवान बांध पहुंचे हैं।
मेजर समेत सेना के 40 जवान बांध पहुंचे हैं।

मौके पर जमे दो मंत्री

जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और उद्योग संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव मौके पर मौजूद रहे। उनके साथ कमिश्नर, कलेक्टर और एसपी समेत कई अधिकारी भी मौके पर जमे रहे। मंत्रियों की मॉनिटरिंग में डैम से पानी निकालने की कोशिशें चल रही हैं। डैम की कुल भराव क्षमता 45 एमसीएम (मिलियन घन मीटर)) की है। अभी इसमें 15 एमसीएम पानी है। यानी क्षमता से एक तिहाई। अगर 5 एमसीएम पानी और कम हो गया तो बांध की दीवार टूटने पर भी पानी के फ्लो को नियंत्रित किया जा सकेगा।

सुबह 8 बजे जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, उद्योग संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव समेत अफसर मौके पर पहुंच गए हैं।
सुबह 8 बजे जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, उद्योग संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव समेत अफसर मौके पर पहुंच गए हैं।

जांच कमेटी गठित
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया, विशेषज्ञों की जांच समिति गठित कर दी गई है। जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। लापरवाही पाए जाने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रातभर बांध के बाईं तरफ पहाड़ से करीब पानी निकालने के लिए खुदाई होती रही। काम जारी है। स्थिति नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर यहां कैंप किए हुए हैं। संभागायुक्त डॉक्टर पवन शर्मा ने कलेक्टर खरगोन श्रीकुमार पुरुषोत्तम और दूसरे अधिकारियों के साथ आज तड़के 4 बजे तक ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

कांग्रेस ने भी बनाई जांच कमेटी
बांध की जांच के लिए कांग्रेस ने जांच कमेटी गठित की है। इसमें धार अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम, गंधवानी विधायक उमंग सिंगार, कुक्षी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल, इंदौर विधायक संजय शुक्ला, देपालपुर विधायक विशाल पटेल, सरदारपुरा विधायक प्रताप ग्रेवाल, धरमपुरी विधायक प्राचीलाल मेडा, मनावर विधायक डॉ. हीरा अलावा शामिल हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कमेटी बनाकर जल्द रिपोर्ट देने का कहा है।

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