आत्माराम पारदी केस में फरार एसआई रामवीर सिंह उर्फ दाऊ और 30 हजार के इनामी अभियुक्त रघुराज तोमर उर्फ रघु की मुश्किल और बढ़ गई हैं। अदालत ने दोनों को कानूनन फरार घोषित कर दिया है।
इसके बाद अब उनके विरुद्ध कुर्की और इनाम घोषित करने की कार्रवाई भी हो सकती है। उधर हाईकोर्ट में आरोपी एसआई की अग्रिम जमानत पर भी सुनवाई टल गई है।
इससे पहले निचली अदालत ने उनकी जमानत याचिका पहले ही खारिज कर दी थी। मामले की जांच कर रही सीआईडी ने एसआई पर इनाम घोषित करने संबंधी प्रस्ताव भी भेज दिया गया है। बात 2015 की है।
गुना जिले के धरनावदा इलाके के खेजरा गांव का रहने वाला आत्माराम पारदी लापता हो गया था। परिवार ने आरोप लगाए थे कि थाने के लोग ही उसे अपने साथ ले गए थे। उस पर गोली भी चलाई थी। उन्होंने ही उसे मार डाला। दो साल बाद पुलिस ने मामला दर्ज तो किया, लेकिन आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने और उन्हें पकड़ने में खास जोर नहीं दिखाया।
2015 से लापता है आत्माराम
आत्माराम पारदी 2015 से लापता हैं। लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उनके परिजनों की शिकायत पर 2017 में जाकर एफआईआर हो पाई। उसके बाद चार साल तक मामला लटका रहा। परिजनों ने हार न मानते हुए हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर दी। तब से मामले की जांच में तेजी आई। आत्माराम की मां और फरियादी अप्पी बाई सहित 6 लोगों ने इस मामले में 164 के तहत दर्ज कराए गए।
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