गुना में पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट:छोटे भाई को कॉल कर बोला- भाभी को मार दिया, मुझे बचा लो...

गुना6 महीने पहले
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जिले के जामनेर इलाके में हत्या का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। उसने हंसिये से पत्नी का गला काट दिया। लाठी-डंडों से पहले उसके साथ मारपीट की और फिर गला काट दिया। उसने अपने भाई को फोन पर यह बात बोल भी दी कि उसने अपनी पत्नी को मार दिया है। वह मौके से हंसिया और लाठी लेकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी पर हत्या का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।

जामनेर इलाके के गोचा आमाल्या के बबलेश उर्फ बबलू (36) पुत्र बंशीलाल खंगार ने जामनेर थाने में अपनी भाभी की मौत के संबंध में सूचना दी। उसने पुलिस को बताया कि हम छः भाई है। सबसे बड़े सुरेश, उनसे छोटे कालूराम, उनसे छोटे जगदीश, उनसे छोटे चैन सिंह, उनसे छोटे रमेश एव सबसे छोटा मैं हूं। भाई जगदीश खंगार गांव से बाहर गोचा नदी के किनारे बने घर में रहते हैं। उनके कोई बच्चा बच्ची नहीं है। मेरे तीन लड़के हैं। जगदीश ने मेरे बड़े लड़के आकाश को गोद ले लिया था। दिन में आकाश उनके पास रहता था तथा रात में वापस घर आ जाता था। मेरी भाभी जगदीश की पत्नी बिमलेश बाई मेरी रिश्ते में साली भी लगती है। भाई जगदीश लड़के आकाश को रात में उनके घर पर रुकने नहीं देते हैं।

पत्नी पर करते थे शक

भाई जगदीश शुरू से ही भाभी विमलेश के चाल-चलन पर शक करके थे। उनको आए दिन निर्दयतापूर्वक मारते-पीटते थे और हम सभी लोगों पर शक करते है। भाई जगदीश आकाश पर भी शक करते थे इसलिये भाई जगदीश लड़के आकाश को उनके घर पर नहीं रुकने देते थे। वह हम सभी लोगों से आये दिन लड़ते-झगड़ते रहते हैं। मेरी भाभी का चालचलन बहुत अच्छा है।

गुरुवार को शाम करीब 6.30 बजे आकाश घर पर आया और आकाश ने मुझे बताया कि मौसी बिमलेश और दादा जगदीश दोनों घर पर हैं। पता नहीं किसी बात पर झगड़ा कर रहे थे। रात करीबन 9.30-10 बजे मेरे मोबाईल पर भाई जगदीश के मोबाईल नबर से फोन आया। मैंने अपने मोबाईल को स्पीकर पर कर लिया था और मेरा लड़का आकाश मेरे पास ही बैठा था। उसको मेरी व भाई की फोन पर पूरी बात स्पष्ट सुनाई दे रही थी। जगदीश फोन पर मुझसे कह रहे थे कि मैंने तुम्हारी भाभी बिमलेश को मार दिया है। तुम कहाँ हो? गांव के सरपंच रघुवीर मीना को बुलाकर घर पर ले आओ और मुझे बचा लो।

घर में पड़ी थी भाभी की लाश

फिर मैंने आकाश को भाई जगदीश के द्वारा भाभी बिमलेश को मारने वाली बात बताई। हम दोनों सरपंच रघुवीर मीना को लेकर भाई जगदीश के घर पर पहुँचर। हम लोगों ने घर के अंदर जाकर देखा तो भाभी बिमलेश खून से लथपथ पलंग पर पड़ी थी। भाई जगदीश उनके पास ही खड़े थे। पलंग के पास मे एक खून लगा हुआ हंसिया और एक खून लगा हुआ लठ पडा था। फिर हमने देखा कि भाभी की सांस नही चल रही है भाभी खत्म हो गई थी। फिर हम लोग भाई जगदीश को भाभी की लाश के पास छोड़ कर बड़े भाई सुरेश को बुलाने चले गये। हम सबने सुरेश को भाभी बिमलेश की भाई जगदीश के द्वारा मारने वाली बात बताई। उन्हें बताया कि जगदीश उनके घर पर बैठे हैं। फिर जब हम लोग भाई जगदीश के पास पहुंचे तो वहा पर भाई जगदीश नहीं थे। वो खून लगा हुआ हंसिया व लठ को लेकर कहीं भाग गये थे। फिर हम लोगों ने कुछ देर भाई जगदीश को ढूंढा, लेकिन वह नहीं मिले।

हम सब लोग थाने पर भाभी बिमलेश की मृत्यु की सूचना देने आये थे। मैंने रिपोर्ट लिखाई थी। मेरे भाई जगदीश काफी सनकी किस्म के व्यक्ति थे, इसलिये डर के मारे भाई जगदीश के द्वारा भाभी बिमलेश की हत्या करने वाली बात रिपोर्ट में नहीं लिखाई थी। फिर हम लोग रिपोर्ट लिखाकर घर पर आ गये थे। भाई जगदीश घर पर नहीं मिला। भाई जगदीश, भाभी बिमलेश को मारकर फरार हो गया है। फिर मैने पुलिस को भाई जगदीश के द्वारा भाभी के चालचलन पर शक करने के कारण उनकी हंसिया और लठ मारकर हत्या करने वाली बात बताई, क्योंकि भाभी बिमलेश की हत्या करने की बात स्वंय भाई जगदीश ने मुझे फोन लगाकर बताई थी। जब मैं उनके घर पर गया, तब मुझे, आकाश व सरपंच रघुवीर मीना को बताई थी। परंतु भाई जगदीश के डर के मारे मैंने यह बात थाना पर रिपोर्ट लिखाते समय नहीं बताई थी।" उनके इस बयानों के बाद पुलिस ने आरोपी जगदीश खंगार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है।