भोपाल इज्तिमा से लौट रहे युवक की मौत:पुलिस पर पिटाई का आरोप, लगानी पड़ी फोर्स

गुना4 महीने पहले

भोपाल से इज्तिमा में शामिल होकर लौटे गुना के युवक की सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिवार ने पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाते हुए मंगलवार को हाईवे पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। मामले में चार आरक्षकों को लाइन अटैच करते हुए न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं।

युवक की मौत के विरोध में परिवार और समाज के लोग जिला अस्पताल में जमा हो गए। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने जांच का भरोसा दिलाया, तब जाकर उन्होंने पोस्टमॉर्टम होने दिया। इसके बाद परिजन युवक का शव लेकर घर चले गए थे, लेकिन कुछ देर बाद ही उन्होंने हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया था।

बता दें, चार दिन पहले युवक और उसके परिवार पर पुलिस पर हमला करने के आरोप लगे थे। पुलिस के साथ गाली-गलौज का VIDEO भी सामने आया था। मृतक मजदूरी करता था।

क्या है पूरा मामला?
शहर के कैंट इलाके के गोकुल सिंह के चक्क का रहने वाला इजराइल खान (30) तीन दिन से भोपाल इज्तिमा में था। सोमवार शाम वह इंटरसिटी ट्रेन से वापस गुना लौटा। स्टेशन से वह ऑटो से घर जा रहा था। रास्ते में कुशमौदा चौकी पर पुलिस ने उसे रोक लिया। पुलिस के अनुसार यहीं पर उसे चक्कर आने लगे। पुलिस उसे जिला अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।

अस्पताल में समाज का हंगामा
युवक की मौत का पता चलने पर परिवारवालों ने सोमवार रात अस्पताल में जमकर हंगामा किया था। तब CSP और तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाया था। देर रात तक जिला अस्पताल में हंगामा चलता रहा। बड़ी संख्या में समाज के लोग अस्पताल में जमा हो गए। अस्पताल में पुलिस फोर्स तैनात करना पड़ी।

पुलिस बोली- पूछताछ के लिए रोका था
इस मामले में पुलिस का कहना है कि उन्होंने युवक को सिर्फ पूछताछ के लिए रोका था। अचानक उसे चक्कर आया। जिला अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। इधर, परिवार की मांग है कि आरोपी पुलिसवालों पर FIR की जाए।

युवक की मौत के बाद परिवार ने अस्पताल में हंगामा किया, सुबह फिर अस्पताल पहुंचकर पीएम नहीं होने दिया। अधिकारियों के समझाने पर वे मान गए। पीएम के बाद डेड बॉडी घर लेकर गए, लेकिन कुछ देर बाद ही हाईवे पर शव रख जाम लगा दिया।
युवक की मौत के बाद परिवार ने अस्पताल में हंगामा किया, सुबह फिर अस्पताल पहुंचकर पीएम नहीं होने दिया। अधिकारियों के समझाने पर वे मान गए। पीएम के बाद डेड बॉडी घर लेकर गए, लेकिन कुछ देर बाद ही हाईवे पर शव रख जाम लगा दिया।

अस्पताल बना छावनी
मामले का पता चलने पर सोमवार देर रात तक बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग अस्पताल में इकट्ठा हो गए। लगभग 10 थानों की पुलिस तैनात करनी पड़ी। अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया। रात दो बजे समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर और SP से मुलाकात की। उनके आश्वासन के बाद सभी लोग माने और बॉडी को PM रूम में रखवाया। प्रशासन के आश्वासन पर तीन डॉक्टरों के पैनल ने पीएम किया, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई।

युवक के परिवार और समाज के लोगों ने पुलिसवालों पर FIR की मांग की। परिवार के हंगामे को देखते हुए मौके पर पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
युवक के परिवार और समाज के लोगों ने पुलिसवालों पर FIR की मांग की। परिवार के हंगामे को देखते हुए मौके पर पुलिस बल तैनात करना पड़ा।

4 आरक्षक लाइन अटैच
SP पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि जांच शुरू कर दी गई है। शव का PM कराया गया है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। शुरुआती तौर पर जिन चार आरक्षकों के नाम सामने आए थे, उन्हें लाइन अटैच कर दिया गया है।

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इजराइल खान (30) तीन दिन से भोपाल में आयोजित इज्तिमा में शामिल होने गया था। सोमवार शाम वह इंटरसिटी ट्रेन से वापस गुना लौटा था।
इजराइल खान (30) तीन दिन से भोपाल में आयोजित इज्तिमा में शामिल होने गया था। सोमवार शाम वह इंटरसिटी ट्रेन से वापस गुना लौटा था।

पिता का आरोप, पुलिस ने बेटे को पीटा
मृतक के पिता मुनव्वर खान ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बेटे से मारपीट की थी। इसी मारपीट से उसकी मौत हुई। हालांकि, पुलिस मारपीट की बात से इनकार कर रही है। पुलिस के अनुसार युवक को केवल रोका था। वह इसी डर से बेहोश हो गया। उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

चार दिन पहले पुलिस पर किया था हमला
18 अक्टूबर को कैंट पुलिस को सूचना मिली थी कि सद्दाम नाम के युवक के साथ मारपीट की गई है और उसके पैसे भी छीन लिए गए हैं। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने दबिश दी तो कुछ बदमाश जुआ खेलते नजर आए। पुलिस को देखकर आरोपियों ने भागने की कोशिश की। उसमें से एक फिसलकर गिर पड़ा। अपने साथी को बचाने के लिए उसके दोस्त और परिजन पुलिस से भिड़ गए. पुलिस के साथ हाथापाई करने लगे। इसके बाद पथराव भी किया। पत्थरबाजी में महिलाएं भी शामिल हो गईं। महिलाओं को आगे करके बदमाशों ने पुलिस को इलाके से बाहर तक खदेड़ दिया। बताया जा रहा है कि पुलिस पर हमला करने वालों में इजराइल खान भी शामिल था।

मध्यप्रदेश में पहले भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं, पढ़िए।

इंदौर में पुलिस कस्टडी में लुटेरे की मौत

कुछ दिनों पहले इंदौर में पुलिस कस्टडी में एक बदमाश की मौत का मामला सामने आया था। बदमाश पर मानपुर, धामनोद सहित कई जगह केस दर्ज थे। मौत के बाद एसपी ने न्यायिक जांच की सिफारिश की थी। मानपुर थाने में पदस्थ एक एसआई, दो एएसआई और दो आरक्षकों को निलंबित कर पुलिस लाइन ग्रामीण में अटैच कर दिया था। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।

ऑनर किलिंग में साथ देने वाले SI-कॉन्स्टेबल को जेल

यह कहानी उस पिता की है, जिसने बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए 4 साल तक संघर्ष किया। वो यूपी पुलिस से लेकर एमपी पुलिस और फिर कोर्ट के चक्कर लगाता रहा। आखिरकार 1 नवंबर 2022 को कोर्ट ने 4 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई। आरोपियों में यूपी पुलिस के एसआई और आरक्षक भी शामिल हैं। दोनों पुलिसवालों ने युवक की हत्या उसकी प्रेमिका के परिजन के साथ मिलकर कर दी थी। पहले हादसे और फिर हत्या में तब्दील मर्डर मिस्ट्री की जांच में कई रोचक मोड़ आए। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।