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यह तो एक नमूना भर हैं, दरअसल बिजली कंपनी के बिल को लेकर अधिकांश लोगों को तरह-तरह की दिक्कतें आती हैं। कोई कहता है कि मीटर चालू नहीं है, और उसका बिल आ रहा है, तो कोई ज्यादा बिल आने की शिकायत करता है। मगर ग्राम पंचायत गोरम के चितावली गांव में बिजली बिल का एक अलग मामला सामने आया है। वहां जो व्यक्ति वर्षों पहले गांव छोड़ चुके हैं या फिर किसी की मृत्यु हुए वर्षों हो गए हैं, लेकिन बिजली के बिल में फिर भी उन्हीं के नाम आ रहे हैं। बिजली विभाग बिल पर बिल भेजता रहा, जिससे उनकी बकाया राशि भी हजारों में पहुंच गई है।
गौरतलब है कि चितावली गांव में 12 से अधिक ऐसे परिवार हैं। जिनको गांव छोड़े 15 से 20 साल हो चुके हैं, जो वर्तमान में शहर में रह रहे हैं। लेकिन बिजली कंपनी द्वारा आज भी उन परिवारों के नाम हर महीने बिजली बिल भेजा जा रहा है। खास बात तो यह है कि जो लोग गांव छोड़कर शहर चले गए हैं। गांव में बने उनके मकान खंडहर हो चुके होने के साथ वहां पर न तो कोई बिजली कनेक्शन है और न ही मीटर लगा हुआ है।
मामला मेरे संज्ञान में नहीं है
मुझे भिंड आए हुए अभी कुछ दिन ही हुए हैं,चितावली गांव का मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। मामले की पूरी जांच कराई जाएगी।
दिनेश सुखीजा, एई, बिजली कंपनी भिंड
इन लोगों के नाम आ रहा बिल
कल्यान सिंह यादव जो 20 साल पहले गांव छोड़कर शहर में जा बसे हैं। लेकिन आज भी उनके नाम से गांव में बिजली कंपनी हर महीने बिजली बिल भेज रही है। इसी क्रम में भोजेलाल, धनीराम, जगदीश सिंह सहित अन्य लोग हैं। जिनको गांव छोड़े 15 से20 साल हो चुके हैं, लेकिन बिजली बिल आज भी गांव में आ रहा है। जगदीश सिंह और कल्यान सिंह का कहना है कि15 से 20 साल पहले मैं गांव छोड़कर परिवार सहित शहर आ गया था, मेरे नाम से आज भी बिल गांव में आता है। जबकि इस संबंध में मैंने कई बार बिजली कंपनी अधिकारियों को अवगत कराकर बिजली कनेक्शट काटने के लिए कह चुके हैं। लेकिन बिजली कनेक्शन नहीं काटे हैं।
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