मौसम विभाग की चेतावनी के बाद मंगलवार की देर शाम मौसम ने अचानक करवट ली और बारिश के साथ कई जगह ओले भी गिरे। यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। बेमौसम बारिश से किसानों की खेतों में कटी और कई जगह पकी फसल खराब हुई है। लगभग 20% से अधिक फसलों के नुकसान की संभावना है।
मौसम विभाग ने लगातार चेतावनी दी और 18 मार्च तक एक बार फिर मौसम में बदलाव की बात विभाग कर रहा है। यही कारण है कि किसान अपने खेतों में खड़ी फसल को काटने की जल्दी में लगा हुआ है। होली वाले दिन से ही मौसम खराब है और रुक-रुक कर कभी भी बारिश हो रही है। मंगलवार की देर शाम डबरा भितरवार अंचल में अचानक मौसम ने करवट ली और तेज बारिश की शुरुआत हो गई, तो कई जगह ओले भी गिरे। भितरवार के शहरी क्षेत्र में तो बारिश हुई पर ग्रामीण क्षेत्र के मसूदपुर, पचौरा, बेला करियावटी साथ कई गांव में बारिश के साथ चने के आकार के ओले भी गिरे।
फसल खेतों में पक कर तैयार
किसान सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इन ओलों और बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान सरसों का हुआ है। अधिकांश जगह यह फसल कटकर खेतों में पड़ी हुई है, जो खराब होगी। किसान विक्रम सिंह ने बताया कि ओलों से गेहूं की पक कर खड़ी फसल को नुकसान हुआ है। सबसे बड़ी बात ये है कि नुकसान कितना हुआ है यह तो बाद में स्पष्ट होगा, लेकिन लगातार मौसम की बेरुखी ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें बढ़ा दीं हैं। उनकी फसल खेतों में पक कर तैयार है ऐसे में कुदरत बेरुखी करती है, तो उनके सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो जाएगा।
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