भांडेर नगर के ठकुरास मोहल्ला में एक ही घर की दो युवतियां, एक किशोरी और किशोर घर से बिना बताए चले गए। लापता युवतियां व नाबालिग बच्चे घर से करीब 80 हजार रुपए भी चोरी करके साथ ले गए। घर में एक हस्तलिखित पत्र मिला जिसमें लिखा है- हम सिर्फ अपने दम पर कुछ करने के लिए जा रहे हैं... आपको हम पर गर्व होगा। घटना मंगलवार दोपहर 12 बजे से डेढ़ बजे के बीच की बताई जा रही है।
परिजन ने पहले तो चारों बच्चों का इंतजार किया लेकिन जब वे नहीं लौटे तो आसपास पड़ोस, नाते रिश्तेदारों के यहां तलाश किया लेकिन चारों का कहीं पता नहीं चला। इसके बाद थाने में गुमशुदगी का प्रकरण दर्ज कराया। पुलिस ने चारों की तलाश शुरू कर दी है।
भांडेर के ठकुरास मोहल्ला निवासी फरियादी ने बताया कि वह 11 जुलाई को अपनी मां व छोटे भाई के साथ ग्राम टौपोर में मामा के यहां सामाजिक पूजन कार्यक्रम में गया था। मंगलवार को छोटे भाई की पत्नी (आशा कार्यकर्ता) ड्यूटी पर गई थीं। घर पर फरियादी की 24 और 19 साल की पुत्रियां, 17 वर्षीय पुत्र व भाई की 17 वर्षीय पुत्री थीं। जो कि मंगलवार को दोपहर 12 बजे से डेढ़ बजे के बीच घर से चली गईं। फरियादी मंगलवार को दोपहर दो बजे घर लौटा तो उसे घर पर कोई नहीं मिला। काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब बच्चे घर नहीं लौटे तो फरियादी को चिंता हुई और उसने आस पड़ौस में तलाश किया। शाम को छोटे भाई की पत्नी ड्यूटी से घर आई तो उससे भी पूछा लेकिन उसने भी कोई जानकारी न होना बताया।
फरियादी लापता हुए बच्चों के अध्ययन कक्ष में गया तो वहां एक हस्तलिखित पत्र मिला। पत्र में लिखा था- हम जानते हैं कि हम लोग आपको तकलीफ पहुंचा रहे हैं लेकिन हमारा इरादा आपको तकलीफ पहुंचाने का नहीं है। हम सिर्फ अपने दम पर कुछ करने के लिए जा रहे हैं। ताकि आपके सामने खड़े होने के लायक बन पाएं और हम लोग पढ़कर और अपने पैरों पर खड़े होने के बाद लौटकर वापस आएंगे और आपके जितने भी पैसे ले जा रहे हैं वो जल्दी ही वापस कर देंगे। एक दिन आप लोगों को हम पर गर्व जरूर होगा। सॉरी माफ कर दीजिएगा...।
जानकारी मिलने पर पुलिस फरियादी के घर पहुंची और जांच पड़ताल करने के बाद गुमशुदगी व अपहरण का प्रकरण दर्ज किया। वहीं फरियादी ने अपनी दोनों बालिग पुत्रियों पर नाबालिग बच्चों को बहला फुसलाकर ले जाने का संदेह जताया है। पुलिस ने चारों की तलाश शुरू कर दी है।
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