पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
Install AppAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
अंतत: नगर पालिका प्रशासन की कुंभकरणी नींद टूट गई। नगर पालिका ने करन सागर तालाब को जलकुंभी से मुक्त कराने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली है। सीएमओ एके दुबे के अनुसार करन सागर से जलकुंभी हटाने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। सोमवार को टैंडर जारी कर दिए जाएंगे। गर्मी से पहले करन सागर तालाब को जलकुंभी से मुक्त कर दिया जाएगा। इससे पहले कर्मचारियों से तालाब के घाटों आदि की साफ सफाई का काम शुरू करा दिया जाएगा।
मालूम हो करन सागर तालाब को जलकुंभी ने पूरी तरह से अपनी चपेट में ले रखा हैं। दैनिक भास्कर ने तालाब को साफ कराने के लिए लोकल मुद्दा के नाम से अभियान चलाया जा रहा है। 1 फरवरी से लगातार करन सागर तालाब की बदहाली प्रशासन सहित नगर पालिका के अधिकारियों तक पहुंचाई।
अधिकारियों को तालाब के इतिहास के साथ तालाब से जुड़ी परंपराएं और उनके महत्व को भी समझाया। तब जाकर अधिकारियों को तालाब की बदहाली नजर आई। इसे साफ कराने के लिए कार्य योजना को तैयार किया गया। अब जल्द ही तालाबों को साफ करने का काम किया जाएगा।
टूट गईं कई परंपराएं
दो साल से तालाब जलकुंभी की चपेट में होने के कारण कई परंपराएं टूट चुकी हैं। मसलन ज्योति स्नान पर इस साल ज्योति का स्नान अंगूरी बैराज पर किया गया। इस साल अधिकमास के बाद कार्तिक स्नान आया, लेकिन जलकुंभी के कारण यह परंपरा भी टूट गई। महिलाएं तालाब पर कार्तिक स्नान नहीं कर सकीं। तालाब अगर जलकुंभी से मुक्त हो जाएगा। तो तालाब से जुड़ीं पुरानी परंपराएं पुन: शुरू हो जाएगी। तालाब का पानी आसपास रह रहे लोगों की दिनचर्या के काम आना शुरू हो जाएगा।
समाधान पर देना होगा ध्यान
शहर में करन सागर एक बार तो सीता सागर तालाब से कई बार जलकुंभी हटाई जा चुकी हैं। लेकिन ठेकेदारों और मजदूरों द्वारा ईमानदारी से काम नहीं किए जाने के कारण कुछ ही समय बाद पुन: तालाब में जलकुंभी पैदा हो जाती हैं। नगर पालिका को इस बार जलकुंभी हटाने के लिए ईमानदारी से काम करना होगा। स्थानीय समाधान के लिए भी नगर पालिका को वनस्पति और जीव विज्ञान से जुड़े एक्सपर्ट्स से चर्चा कर उस पर अमल करना होगा। तभी शहर के तालाब जुलकुंभी से मुक्त हो पाएंगे।
बच जाएगा तालाब
जलकुंभी से मुक्त हो जाने पर तालाब का अस्तित्व बच जाएगा। बता दें कि लगातार कम बारिश से तालाब लगभग 7 साल पहले पूरी तरह से सूख गया था। तालाब की तलहटी के साथ तालाब में बने कुएं व चौपरा नजर आने लगे थे। लेकिन इसके बाद हुई लगातार सामान्य से अधिक बारिश के कारण तालाब एक बार फिर लबालब हो गया। तालाब लबालब होते ही उसे जलकुंभी ने अपनी चपेट में ले लिया था। वर्ष 2016 में तालाब जलकुंभी से पट गया था। नपा ने टैंडर जारी कर तालाब की साफ सफाई कराई तालाब जलकुंभी से मुक्त हो गया। लेकिन एक साल बाद ही तालाब में फिर से जलकुंभी पैदा हो गई। एक साल में जलकुंभी ने पूरे तालाब को अपनी चपेट में ले लिया। तालाब एक साल से जलकुंभी से पटा है।
अब पहले करन सागर तालाब होगा मुक्त
बता दें कि नपा पहले सीतासागर तालाब को जलकुंभी से मुक्त कराने की कार्रवाई कर रही थी। इसकी टैंडर विज्ञप्ति भी जारी करने की तैयारी नपा ने कर ली थी। लेकिन दैनिक भास्कर की मुहिम के बाद नपा ने विचार बदल दिया है। अब पहले करन सागर तालाब को जलकुंभी से मुक्त करने के लिए टैंडर विज्ञप्ति जारी की जाएगी। इसके बाद सीतासागर तालाब पर काम शुरू होगा। सीता सागर तालाब पर अन्य विकास कार्य भी शुरू होने है। जलकुंभी के साथ ही उन विकास कार्यों की भी शुरूआत होगी।
पॉजिटिव- आज आर्थिक योजनाओं को फलीभूत करने का उचित समय है। पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी क्षमता अनुसार काम करें। भूमि संबंधी खरीद-फरोख्त का काम संपन्न हो सकता है। विद्यार्थियों की करियर संबंधी किसी समस्...
Copyright © 2020-21 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.