मध्यप्रदेश में मुरैना के हेतमपुर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार दोपहर दुर्ग-उधमपुर एक्सप्रेस की 4 बोगियों में भीषण आग लग गई। ट्रेन में मौजूद सभी यात्रियों ने कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना के बाद पहुंची दमकल की टीम आग बुझाने में जुटी हैं। ट्रेन वैष्णो देवी से लौट रही थी। घटना में जनहानि होने की खबर नहीं है। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल सका है।
ट्रेन नंबर 20484 दुर्ग-उधमपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस का मुरैना-धौलपुर के पास हेतमपुर पर स्टॉपेज नहीं है। सिग्नल नहीं मिलने से ट्रेन आउटर पर रुक गई। कुछ यात्रियों ने देखा कि A-1 और A-2 डिब्बों में से धुआं निकल रहा है। देखते ही देखते आग की लपटें उठने लगीं।
उन्होंने तुरंत इसकी सूचना 100 नंबर डायल कर दी। दोनों बोगियों में करीब 72 यात्री सवार थे। आग की सूचना पर सभी यात्री ट्रेन से उतरकर भागने लगे। आग लगने की सूचना के बाद इन कोचों को ट्रेन से अलग कर दिया। घटना में यात्रियों का सामान जल गया है।
रेलवे अफसर का दावा- दो बोगियों में ही आग लगी
नॉर्दर्न सेंट्रल रेलवे के CPRO डॉ. शिवम शर्मा ने बताया कि हेतमपुर स्टेशन से निकलते ही ट्रेन के A1 और A2 में आग लग गई। यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इसके बाद ट्रेन के आगे के हिस्से को अलग कर दिया गया। बाकी ट्रेनें अपने समय से निकल रही हैं।
पानी और फायर गैस से बुझाई आग
दुर्ग एक्सप्रेस की बोगी में लगी आग इतनी तेज थी कि 8 टैंकर पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन आग फिर से भड़क रही थी। इसके बाद फायर गैस का उपयोग किया। फायर गैस की मदद से जैसे-तैसे आग पर काबू पाया जा सका। तीन बोगियों के अलावा बाकी ट्रेन को रवाना कर दिया गया।
बोलने से बचते रहे DRM
देर रात तक DRM आशुतोष गौतम व ADRM दिनेश वर्मा समेत जीआरपी अधीक्षक आलोक वर्मा मौके पर बने रहे। स्टेशन पर लाइट नहीं थी, इसलिए ग्वालियर से विशेष लाइटें मंगवाई गईं। DRM व ADRM दोनों ही मीडिया के सामने इस मामले पर बोलने से बचते रहे। केवल शॉर्ट सर्किट की बात कही जा रही है, लेकिन यह किस कारण से हुआ, इस पर अधिकारी बोलने को तैयार नहीं था।
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