ग्वालियर के महिमा होटल में रूम नंबर 107 में दवा कंपनी के मैनेजर का शव मिला है। वह मृतक इंदौर का रहने वाला था। भोपाल की दवा कंपनी में बतौर मैनेजर था। एक दिन पहले ही वह काम से ग्वालियर आया था। रात में खाना खाकर सो गया। मंगलवार दोपहर तक नहीं जागा, तो साथी ने होटल प्रबंधन और पुलिस को सूचना दी। मास्टर चाबी से दरवाजा खोला गया, तो वह अंदर बेड पर पड़ा था।
पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर डेड हाउस में रखवा दिया है। मृतक के परिजन को सूचना दे दी है। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुलिस को आशंका है कि हार्ट अटैक से दवा मौत हुई है।
इंदौर लाल चौराहा निवासी विनोद उपाध्याय भोपाल की टॉरेंट कंपनी (दवा कंपनी) में मैनेजर था। सोमवार को वह ग्वालियर पहुंचा। पड़ाव स्थित महिमा होटल के कमरा नंबर 107 में रुका था। रात को स्टाफ उसे खाना देने पहुंचा। उसके बाद उसने कमरा बंद कर लिया। उसका एक साथी उसी होटल में दूसरे कमरे में रुका था। सुबह उठकर उसने विनोद को फोन लगाया, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया। सोचा कि शायद सो रहा होगा। कुछ देर बाद दोबारा फोन किया, तब भी नहीं उठाया। इसके बाद विनोद के कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन जबाब नहीं मिला। फिर होटल के स्टाफ ने आकर दरवाजा खटखटाया, तब भी जबाब नहीं मिला। स्टाफ ने पुलिस को बुलाया।
अंदर बेड पर पड़ा मिला शव
पुलिस ने भी कई आवाज लगाई, लेकिन अंदर से जबाब नहीं मिला। दरवाजे की अंदर से कुंडी लगी थी। पुलिस ने धक्का देकर दरवाजे की कुंडी तोड़ी। कमरे मे पहुंचे तो देखा विनोद बिस्तर पर मृत पड़ा है। कमरे में आधा खाली शराब का क्वार्टर और सलाद की प्लेट भी मिली। अनुमान है कि रात को उसने शराब पी होगी। आशंका है कि देर रात उसे हार्ट अटैक आया होगा। पुलिस ने शव को निगरानी में लेने के बाद इंदौर में मैनेजर के परिजन को भी खबर कर दी है। वह ग्वालियर के लिए निकल गए हैं।
एक महीने पहले भी यहीं रुका था
विनोद भोपाल में नौकरी करता था। अक्सर वह कंपनी के काम से यहां आया करता था। टीआई पडाव विवेक अष्ठाना ने बताया कि होटल के कमरे में दवा कंपनी के मैनेजर की लाश मिली है। वह सोमवार को इस होटल में आया था। कमरे में शराब का आधा खाली क्वार्टर भी मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक के परिजन के आने के बाद ही पता चल सकेगा।
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