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लंबे समय से खामोश चंबल के बीहड़ाें में एक बार फिर डकैतों की दहशत है। झांसी के व्यापारिक घराने से संबंधित और चर्चित डॉक्टर 62 वर्षीय राधाकृष्ण गुरु बक्सानी को अपहरण के बाद मुरैना के पास चंबल के बीहड़ों में ही रखा गया था। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि यहां कोई नया गैंग पनप रहा है।
फिलहाल चंबल में लिस्टेड गैंग सक्रिय नहीं है, लेकिन यहां की मिट्टी और पानी में डकैत तेजी से पनपते हैं। अब यह नया गैंग किसका है, यह पुलिस के लिए भी पहेली बना हुआ है। माना जा रहा है, आने वाले दिनों में बीहड़ में फिर से बंदूक की गूंज सुनाई दे सकती है। पुलिस अफसरों की मानें, तो यह ग्वालियर-चंबल के लोगों और यहां के व्यापार के लिए अच्छा संकेत नहीं है।
क्या हुआ सीएम के दावे का
विधानसभा उपचुनाव के समय जब सीएम शिवराज सिंह मुरैना दौरे पर थे, तब उन्होंने दावा किया था कि चंबल अब व्यापारिक और उद्योग के नाम से जाना जाएगा। डकैतों के 100 फीसदी सफाए का दावा भी उन्होंने किया था। गौरतलब है, समय–समय पर चंबल की जमीन डकैतों को जन्म देने के साथ पालती पोसती रही है। पुलिस अधिकारियों की नीरसता के चलते फिर नया गैंग यहां पैदा गया है।
कहीं फिर पैर न जमा ले अपहरण उद्योग
90 के दशक में ग्वालियर-चंबल के बीहड़ का नाम अपहरण उद्योग के लिए चर्चित था। तब यहां कई कुख्यात डकैत गिरोह सक्रिय थे, जिनमें दयाराम-रामबाबू गड़रिया गिरोह, राजेंद्र गुर्जर उर्फ गट्टा गिरोह, हजरत रावत गिरोह, प्रताप गड़रिया गिरोह, कल्ली गुर्जर, राजस्थान के धौलपुर का राजेंद्र सेरोन, जगजीवन परिहार और निर्भय सिंह गुर्जर गिरोह समेत अन्य कई गिरोह मुख्य थे। इनका काम ही ग्वालियर और चंबल के जिलों में आने वाले व्यापारी, डॉक्टर, इंजीनियरों का अपहरण कर करोड़ों रुपए फिरौती के रूप में वसूलना होता था।
कौन है यह नया डकैत गिरोह
बीते करीब एक दशक से खामोश चंबल के बीहड़ों में झांसी के डॉक्टर के अपहरण और दो करोड़ की फिरौती की बात से एक बार फिर हलचल मची है। अब अफसर यह पता लगाने में जुट गए हैं कि यह नया गिरोह कौनसा पनप गया है। संदेह है कि यह नया गिरोह धौलपुर राजस्थान, मुरैना और ग्वालियर के लोगों का हो सकता है। आईजी चंबल मनोज शर्मा ने टीमों को अलर्ट कर दिया है। साथ ही, इस नए गिरोह के संबंध में पता लगाने के लिए कहा है। हाल में 1 दिसंबर को शिवपुरी के कोलारस में 80 हजार का इनामी डकैती बैजू गुर्जर पकड़ा जा चुका है।
अपहरण का तरीका खतरनाक
जिस तरह से झांसी के डॉक्टर का अपहरण किया गया, उससे यह तो साफ है कि यह गिरोह बेहद शातिर है। इलाज के नाम पर डॉक्टर को बुलाया और हथियार अड़ाकर अपहरण कर ले गए। बदमाशों की संख्या 3 बताई है। सभी के पास हथियार थे।
गृह मंत्रालय ने किया अलर्ट
घटना के बाद मध्य प्रदेश के गृह मंत्रालय में बैठे अफसर भी हिल गए हैं। तत्काल मामले में आईजी चंबल से जानकारी मांगी है। यह कौन सा गैंग है और क्या इस मामले में फिरौती हुई है या नहीं ?, यह भी डिटेल मांगी गई है। क्योंकि हाल में जहरीली शराब से दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत होने के कारण वैसे ही मुरैना चर्चा में है।
गैंग का पता लगा रहे
चंबल रेंज के आईजी मनोज शर्मा के मुताबिक झांसी के डॉक्टर का अपहरण करने वाले कौन लोग हैं?, यह अभी साफ नहीं हो सका है। अभी बाहर हूं, लेकिन एसपी मुरैना को पड़ताल के लिए बोला है। जल्द गैंग का भी खुलासा हो जाएगा।
पॉजिटिव- कुछ रचनात्मक तथा सामाजिक कार्यों में आपका अधिकतर समय व्यतीत होगा। मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना विशेष ध्यान केंद्रित रखें, आपको कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती हैं। अनुभव...
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