ग्वालियर में एक दोस्त ने ही दोस्त का प्लाट फर्जी दस्तावेज बनाकर बेच दिया। प्लॉट मालिक को ठगी का पता, तब चला जब पीड़ित प्लॉट की रजिस्ट्री कराने पहुंचा। ठगी का पता चलते ही पीड़ित ने महाराजपुर थाने में शिकायत की और आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है
यह है पूरा मामला
ग्वालियर के त्रिमूर्ति नगर में रहने वाले गजराज कुशवाह का आदित्यपुरम में 800 स्क्वायर फीट प्लॉट है। जिसे बेचने के लिए गजराज ने अपने दोस्त बृजेंद्र सिकरवार से कहा था। विजेंद्र ने प्लॉट बेचने का कह के उससे कागजात ले लिए। फर्जी कागज बनाकर प्लांट नहीं बिकने की बात कहकर दस्तावेज वापस दे दिए। उसके बाद विजेंद्र ने अपने दोस्त मनोज, अवेंद्र, नेत्रपाल और रानासिंह के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज के जरिए प्लॉट 10 लाख रुपए में बेचकर रजिस्ट्री कर दी।
धोखाधड़ी का कैसा पता चला
पीड़ित गजराज कुशवाह को धोखाधड़ी का पता उस वक्त चला जब वो एक व्यक्ति के साथ प्लॉट की रजिस्ट्री कराने के लिए रजिस्टर कार्यालय पहुंचे थे। वहां बताया गया कि प्लॉट की रजिस्ट्री पहले ही किसी और के नाम पर हो चुकी है। जब गजराज ने छानबीन की तो बता चला कि विजेंद्र ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर धोखे से प्लाट को बेच दिया था। जिसके बाद पीड़ित ने थाने पहुंचकर धोखाधड़ी करने वाले पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया
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