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अवैध रेत उत्खनन करने वाले लोग शासन, प्रशासन, विधायक, मंत्रियों व मुख्यमंत्री को हिस्सा देते हैं। क्योंकि यह उनका 'काम' है। पैसे भी लेते हो और कार्रवाई भी करते हो। ऐसे में हमला होना तो तय है। सब मिली भगत है। यह बात एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शनिवार को ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए कही है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शनिवार को ग्वालियर प्रवास पर आए हैं। स्टेशन के बाहर उन्होंने मीडिया से चर्चा की है। उन्होंने एक दिन पहले ग्वालियर पुलिस पर रेत माफिया के हमले पर भी अपनी बात कही है। उनका कहना है कि प्रशासन चाहे तो एक दिन में अवैध उत्खनन को बंद करा सकता है। पर अवैध रेत का उत्खनन करने वालों का हिस्सा प्रशासन, शासन, विधायक, मंत्री व मुख्यमंत्री तक जाता है। उनका कहना था कि यह भी ठीक है कि आप हिस्सा लेते हो और उसके बाद कार्रवाई करते हो। यह उनका रोजगार है और पैसा लेकर कार्रवाई करोगे तो वो हमला भी करेंगे।
यह हुई थी घटना
शुक्रवार सुबह ग्वालियर के पुरानी छावनी थाना पुलिस ने चंबल से अवैध उत्खनन कर रेत का परिवहन करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई के लिए घेराबंदी की थी। इस घेराबंदी के दौरान पुलिस का दांव उल्टा पड़ गया था जब रेत माफिया ने पुलिस पर पथराव व फायरिंग शुरू कर दी। टीआई पुरानी छावनी सुधीर सिंह को रेत माफिया ने घेर लिया था। उनको ट्रैक्टर से कुचलने का भी प्रयास किया, लेकिन वह समय रहते नाले में कूद गए। इस दौरान टीआई सुधीर सिंह घायल भी हैं। इस मामले में 8 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है जिनसे दो कट्टे व कारतूस भी मिले हैं। 10 लोगों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। इसी हमले के विरोध में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह के खिलाफ कड़ा बयान देकर हमला बोला है।
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