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NHM पर्चा लीक कांड:तरुणेश ने जिस मोबाइल, सिम से बनाई थी ईमेल उसे होशंगाबाद में फेंका

ग्वालियर3 महीने पहले
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NHM पर्चा लीक कांड के मास्टर माइंड पुष्कर, राजीव व तरुणेश - Dainik Bhaskar
NHM पर्चा लीक कांड के मास्टर माइंड पुष्कर, राजीव व तरुणेश
  • कोर्ट ने मेडिकल जांच कराने के निर्देश दिए

ग्वालियर में NHM पर्चा लीक कांड के मास्टर माइंड पुष्कर, राजीव व तरुणेश को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर चार दिन की रिमांड पर ले लिया है। पर कोर्ट में NHM भर्ती परीक्षा के पेपर लीक कांड के आरोपी तरुणेश ने आवेदन देकर पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि ग्वालियर पुलिस ने बेरहमी से पिटाई की है। जिस पर न्यायालय ने उसका मेडिकल कराकर जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए हें। पुलिस को पूछताछ में तरुणेश ने बताया कि जिस ईमेल पेपर आउट होकर आया था उसे उसने जिस मोबाइल व सिमकार्ड से बनाया था वह होशंगाबाद में तोड़कर फेंक दिए। अब पुलिस की एक टीम होशंगाबाद जाएगी।

एनएचएम कांड के अन्य आरोपी
एनएचएम कांड के अन्य आरोपी

कोर्ट में आरोपी तरुणेश अरजरिया द्वारा दिए गए आवेदन में ये भी बताया गया कि उसे केस में झूठा फंसाया गया है। पुलिस रिमांड के दौरान क्राइम ब्रांच के अधिकारियों पर बेरहमी से मारपीट का आरोप भी लगाया गया है। सुनवाई के दौरान आरोपी तरुणेश ने न्यायालय में पेंट उतारी और पिटाई के चलते आईं चोटों को भी दिखाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय में डॉक्टर्स से आरोपी की मेडिकल जांच कराने और उसकी रिपोर्ट न्यायालय में पेश करने का निर्देश दिया। अब पुलिस के सामने परेशानी खड़ी हो गई है।
चार दिन की और रिमांड बढ़ी
ग्वालियर में NHM पेपर आउट कांड मामले के मास्टर माइंड राजीव नारायण मिश्रा, पुष्पेंद्र पांडे और तरुणेश अरजरिया की रिमांड चार दिन और बढ़ गई है। पुलिस ने तीनों को न्यायालय में पेश कर रिमांड बढ़ाने की मांग की थी। पुलिस ने कोर्ट में रिमांड बढ़ाने के आवेदन पर तर्क दिया था कि पर्चा लीक मामले में कुछ नए बिंदु सामने आए हैं जिन पर इन आरोपियों से विस्तार से पूछताछ की जानी है। जिससे पूरे मामले में स्थिति साफ हाे सके।
पुलिस के सवालों के सामने ढेर हुए MEL कंपनी के इंजीनियर
- जैसा की एनएचएम पर्चा लीक कांड के आरोपियों द्वारा बताया गया था कि उन्होंने MEL कंपनी के सर्वर से हैकर के जरिए उन्होंने पेपर लिया था। इसी मसले पर पुलिस ने MEL कंपनी के इंजीनियर सहित अन्य स्टाफ से पूछताछ की है। कंपनी का कोई भी सदस्य पुलिस के सवालों का सटीक जवाब नहीं दे सका। इससे पुलिस का शक और गहरा गया है। पुलिस ने कंपनी के स्टाफ को एक दिन की पूछताछ के लिए और रोका है। आज (मंगलवार) को स्टाफ से दोबारा पूछताछ की जाएगी। पुलिस को पेपर आउट कांड में मिलीभगत का शक है। जिन सवालों के जवाब देने में कंपनी स्टाफ घबराया है। उसी के साथ पुलिस का शक गहराता जा रहा है।
अब तक 13 गिरफ्तारियां
ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने गैंग के 13 सदस्यों को अभी तक इस रैकेट में पकड़ा है, इनमें धनंजय पुत्र सुशील पांडे रानीपुर प्रयागराज उत्तर प्रदेश, रजनीश उर्फ रवि पुत्र रमेश जाट, जोगिंदर पुत्र रामचंद्र जाट निवासी सोनीपत हरियाणा, ऋषिकांत पुत्र रामभरोसे त्यागी महलगांव ग्वालियर, सौरभ पुत्र अवधेश तिवारी मिर्जापुर उत्तर प्रदेश, मनीष पुत्र शिवकुमार पासवान नालंदा बिहार, विपिन पुत्र वीरेंद्र शर्मा अटेर भिंड, दीपू पुत्र सतराम पांडे निवासी नारायण विहार कॉलोनी थाना गोला का मंदिर ग्वालियर हैं। इसके बाद अमित गहरवार और जयपुर से प्रेम प्रकाश उर्फ प्रेम खींची को भी पुलिस ने पकड़ा था। 9 मार्च को पुलिस ने मास्टर माइंड राजीव नारायण मिश्रा उर्फ आरएन व पुष्कर पांडे को गिरफ्ता किया था। शुक्रवार को 13वां आरोपी पन्ना निवासी तरुणेश अरजरिया पकड़ा गया है।
यह है पूरा मामला
ग्वालियर के डबरा स्थित टेकनपुर में 7 फरवरी को NHM संविदा स्टाफ नर्सिंग परीक्षा से पहले पुलिस ने पेपर आउट करने वाली गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। पेपर रद्द कर दिया था। बाद में हाईकोर्ट ने भी आगामी आदेश तक परीक्षाओं पर रोक लगा दी। आरोपी हाईवे पर होटल से 2 से 3 लाख रुपए में नर्सिंग की तैयारी कर रहे छात्रों को आने वाले पेपर के सवाल सॉल्व करा रहे थे।गिरोह के अन्य सदस्य व चेन को तलाशने के लिए पुलिस की 6 टीम, जिनमें 45 जवान व अफसर थे। चार से पांच राज्यों में 10 दिन तक खाक छानने के बाद लौट आए थे। इसके बाद पुलिस ने भोपाल से एक एजेंट को पकड़ा, जिसके अकाउंट में मास्टरमाइंड ट्रांजेक्शन करता था। डेढ़ महीने में 50 लाख और एक साल में डेढ़ करोड़ रुपए फेक पंजीयन पर बनी कंपनी के नाम पर खोले गए खाते में आए थे। अब तक इस मामले में 13 आरोपी पकड़े जा चुके हैं।