आधी रात 1 बजे भिंड के मेहगांव में बरहद गांव तिराहा गोलियों की आवाज से गूंज उठा। पुलिस और बदमाशों के बीच करीब 30 से 35 गोलियां चलीं। इस एनकाउंटर में ग्वालियर के दो शातिर बदमाश विक्की जखौदिया, प्रशांत जाट पैर में गोली लगने पर घायल होने के बाद पकड़े गए हैं। पकड़े जाने के बाद इनके इरादों का पता लगते ही पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई है।
विक्की और प्रशांत ने हाल ही में कानपुर UP के कुछ बदमाशों के साथ मिलकर इंटरस्टेट गैंग बनाई है। इनका सपना कानपुर के गैंगस्टर विकास दुबे की तरह बनना था। यह चाहते थे कि इनके नाम से पुलिस के बड़े-बड़े अफसर भी थर्रा जाएं।
सोमवार रात को यह डबरा से XUV कार भी लूटकर भागे थे। हाल में पुलिस को इन दोनों की तलाश थाटीपुर में संदीप जाटव हत्याकांड में थी। इन बदमाशों को अगले 15 दिन में दो हत्याएं करनी थी। एक तो संदीप हत्याकांड के गवाह लल्ला और दूसरा कानपुर का एक बदमाश है। इसके बाद गैंग को मजबूत करने के लिए बड़ी लूट को अंजाम देना था।
यूपी का बदमाश पुलिस से बच निकला
जब सोमवार रात को 12 बजे भिंड रोड से लूटी गई XUV कार लेकर यह बदमाश निकले तो इनके आगे एक विटारा ब्रेजा कार भी दौड़ रही थी। लाल रंग की विटारा में दो बदमाश थे। पुलिस को भटकाने के लिए दोनों गाड़ियों ने मालनपुर से अलग-अलग रास्ता पकड़ लिया। लूटी गई XUV को लेकर बदमाश मेहगांव की तरफ निकले। पुलिस का टारगेट भी यही लूटी गई XUV गाड़ी थी। इसलिए पुलिस इसी गैंग के पीछे लग गई। पर लाल रंग की विटारा ब्रेजा कार जो दूसरे रास्ते पर निकल गई उसमें UP के कानपुर का शातिर गैंगस्टर मोहित जादौन और ग्वालियर का एक अन्य बदमाश बनवारी जाटव सवार था। यह पुलिस के हाथ नहीं आए हैं। मोहित की यूपी में हत्या और लूट में तलाश है।
30 मार्च को की थी संदीप की हत्या
पकड़े गए दोनों बदमाशों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम घोषित था। इन्होंने 30 मार्च की रात ग्वालियर के थाटीपुर में नदीपार टाल इलाके में बंटी उर्फ संदीप जाटव की घर में घुसकर हत्या की थी। इस मामले में इनके अलावा कुन्नू, विक्की पंडित, धर्मेन्द्र जखौदिया, सुनील जखौदिया के नाम FIR में दर्ज थी। इसी मामले में गवाह लल्ला इनके टारगेट पर था। दो दिन से उसकी घेराबंदी कर रहे थे, लेकिन कोरोना कर्फ्यू के बीच सफल नहीं हो सके।
प्रशांत जाट के थे यूपी में लिंक
पकड़े गए बदमाशों में प्रशांत जाट निवासी बिजौली के चितौरा गांव और हाल में सिद्धेश्वर नगर नदीपार टाल के यूपी में कई बदमाशों से लिंक थे। पुलिस को ऐसा भी पता लगा है कि ग्वालियर का शातिर गैंगस्टर हरेन्द्र जाट के गैंग के सदस्यों से भी प्रशांत टच में था, लेकिन अभ उसकी पुष्टि नहीं हुई है।
महंगी गाड़ियों का था शौक, पैसा कमाना चाहते थे
पकड़े गए बदमाशों के बारे में पता लगा है कि इनको महंगी बाइक, कार का बहुत शौक था। यह बहुत पैसा कमाना चाहते थे। इसीलिए जब सोमवार रात को दतिया से लौटते समय डबरा रोड पर इनको XUV कार दिखी तो इन्होंने ओवरटेक कर उसे रोक लिया। कार मालिक की आंख में मिर्च स्प्रे डाल दिया। कार मालिक बृजेश तिवारी और उनकी पत्नी अल्का तिवारी को जबरन कार से बाहर निकाला। उन्होंने विरोध किया तो हाथ में गोली मार दी। जिससे वह घायल हो गए।
दो तरफ से चलीं 30 से ज्यादा गोलियां
पुलिस और बदमाशों के आमने सामने आने के बाद दोनों के बीच में करीब 30 से ज्यादा गोलियां चली हैं। पुलिस ने जब इनको घेरा तो बदमाश CSP रवि भदौरिया की बोलेरो में टक्कर मारकर भागने लगे और ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। पुलिस ने भी जवाब दिया। पुलिस की ओर से 18 और बदमाशों की ओर से 12 से 15 गोलियां चलाई गईं हैं।
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