ग्वालियर में मंगलवार दोपहर NSUI कार्यकर्ताओं और पुलिस आमने-सामने हो गए। NSUI कार्यकर्ता जीवाजी यूनिवर्सिटी का घेराव करने पहुंचे थे। मांग थी कि भ्रष्टाचार, अनियमितता और अव्यवस्थाओं के चलते JU में धारा -52 लगाई जाए। विश्वविद्यालय के गेट पर ही छात्र नेताओं को बैरिकेड्स लगाकर पुलिस ने रोक लिया। इससे नाराज छात्रों ने बैरिकेड्स को लांघकर जाने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस ने डंडे मारकर खदेड़ने का प्रयास किया। छात्र मानने को तैयार नहीं थे। पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार भी की।
इसके बाद छात्रों ने पुलिस पर पथराव किया। इसमें ASP राजेश दंडौतिया समेत 4 पुलिसकर्मियों को पत्थर लगे हैं। पुलिस ने डंडे मारकर छात्राें की भीड़ को खदेड़ा। पुलिस ने हंगामा कर रहे 25 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर विश्वविद्यालय थाने में पहुंचा दिया है।
एएसपी राजेश दंडौतिया का कहना है कि कोविड के कारण धारा 144 लागू है। उसमें बिना अनुमति प्रदर्शन व हंगामा पर कार्रवाई होगी। दूसरी ओर, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उन्होंने लाठीचार्ज कराकर युवा छात्रों की आवाज दबाने का प्रयास किया है।
NSUI लगातार जीवाजी यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार, अनियमितताओं व अव्यवस्थाओं की बात कह रही है। हाल में नए कुलपति डॉ. अविनाश तिवारी की पदस्थापना पर भी सवाल खड़े किए थे। आरोप था कि वह पैसे देकर कुलपति बने हैं। इसी सिलसिले में धारा-52 के तहत जीवाजी यूनिवर्सिटी का पूरा कार्य राज्यपाल अपने हाथ में लें। नए कुलपति को यहां भेजा जाए।
इसी मांग को लेकर NSUI की प्रदेशाध्यक्ष मंजू त्रिपाठी, जिलाध्यक्ष शिवराज सिंह यादव के साथ सैकड़ों NSUI कार्यकर्ता मंगलवार को जीवाजी यूनिवर्सिटी के गेट पर पहुंच गई। एक दिन पहले ही NSUI ने घेराव की घोषणा कर दी थी। इसे देखते हुए जेयू के गेट पर ही पुलिस ने बैरिकेड्स अड़ा दिए थे। छात्र व छात्र नेताओं को आगे जाने से रोक लिया।
पुलिस का रोकते ही आक्रोश, पथराव
जीवाजी यूनिवर्सिटी के गेट पर जैसे ही पुलिस ने NSUI छात्रों को रोका तो विरोध शुरू हुआ। छात्र नेताओं से पहले पुलिस कहासुनी हुई। इसके बाद धक्का-मुक्की होने लगी। NSUI कार्यकर्ताओं ने जब बैरिकेड्स के ऊपर से चढ़कर अंदर जाने का प्रयास किया, तो पुलिस ने वाटर कैनन की मदद से पानी की बौछार की। इसके बाद वहां पथराव शुरू हो गया।
इस दौरान एक पत्थर वहां मौजूद ASP राजेश दंडौतिया को लगा। साथ ही, दो सब इंस्पेक्टर भी पत्थर लगने से घायल हुए हैं। इसके बाद तो पुलिस ने बिना देर किए हल्का बल प्रयोग कर कार्यकर्ताओं को खदेड़ दिया। वहां से पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर थाना भेज दिया।
पुलिस का दावा- 25 को हिरासत में लिया
हंगामा, पथराव करने वाले NSUI कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर ASP क्राइम राजेश दंडौतिया ने बताया कि जब छात्र बेकाबू हो गए, तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। करीब 25 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर थाने पहुंचाया गया। है। कोविड संक्रमण के बीच बिना अनुमति के प्रदर्शन कर लोगों की जान को खतरे में डालने पर मामला दर्ज किया जा रहा है।
भाजपा की तानाशाही चल रही है: कांग्रेस
मामले में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा ने आरोप लगाया है छात्र शांतिपूर्वक पूर्व घोषित प्रदर्शन करने आए थे। पर छात्रों पर वाटर कैनन से हमला करना और लाठियां मारना बताता है कि भाजपा की तानाशाही चल रही है। छात्रों के जायज प्रदर्शन को कुचल दिया गया।
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