कोरोना की दूसरी लहर में कई मरीजों को ब्लैक फंगस की शिकायत हो गई। इसमें कई मरीजाें की आंख निकालनी पड़ती थी। ब्लैक फंगस का इलाज लेने के बाद, जो मरीज ठीक हो गए थे। उनमें अब आंखों में तिरछेपन (भेंगापन) की शिकायत आ रही है। यह जानकारी सिंगापुर से आए वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. रूपेश अग्रवाल ने शनिवार को दैनिक भास्कर से चर्चा के दौरान दी।
डॉ. रूपेश अग्रवाल ने बताया कि ब्लैक फंगस आंखों के अंदर हड्डियाें तक फैल सकता है। ब्लैक फंगस से पूरी आंख खराब हो जाती है। इतना ही नहीं साइनस तक भी पहुंच सकता है। कई बार आंख निकालनी पड़ती है। ब्लैक फंगस के चलते जिन लोगों की आंखें बच गई हैं उनमें आंखों में तिरछापन की शिकायत आ रही है। इन लोगों की आंखों के विजन पर कोई ज्यादा असर देखने को नहीं मिला है। तिरछेपन के इलाज के लिए ऑपरेशन तक की आवश्यकता पड़ सकती है। लिहाजा ब्लैक फंगस से ठीक हो चुके लोगों को अपनी आंखों का चेकअप विशेषज्ञ से अवश्य कराना चाहिए।
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