ग्वालियर में बुधवार को वैक्सीन लगवाने के लिए हर सेंटर पर भीड़ नजर आई। तेज धूप के बाद भी लोग वैक्सीन लगवाने घंटों लाइन में लगे रहे। कई सेंटरों पर कोवैक्सिन के दूसरे डोज के लिए हंगामा हुआ, क्योंकि कोवैक्सिन का टीका शहर में चुनिंदा 4 सेंटर पर ही लगाया जा रहा था, जबकि कोवीशील्ड हर सेंटर पर उपलब्ध थी।
यही कारण रहा, हालात संभालने के लिए कई जगह पुलिस को भी खड़ा करना पड़ा। भीड़ का असल कारण यह भी था कि 7 दिन बाद पहली डोज लग रही थी। इससे पहले वैक्सीन की उपलब्धता नहीं होने पर सिर्फ दूसरे डोज ही लगाए जा रहे थे।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान वैक्सीन की निरंतर उपलब्धता नहीं होने के कारण गति नहीं पकड़ पा रहा है। बुधवार को जिले में 96 सेंटर पर 25200 लोगों को वैक्सीन लगाने का टारगेट रखा गया था। इसमें से 24160 डोज कोवीशील्ड के थे, जबकि सिर्फ 1040 डोज कोवैक्सिन के थे। यही कारण था, निर्णय लिया गया था कि कोवीशील्ड के पहले और दूसरे डोज लगाए जाएंगे, लेकिन कोवैक्सिन के सिर्फ दूसरा डोज लगाया जाएगा। कोवैक्सिन के डोज JAH, जिला अस्पताल मुरार, सिविल हॉस्पिटल हजीरा, जीवाजी विश्वविद्यालय में ही लगाए जाएंगे। इस कारण से अन्य सेंटर पर कोवैक्सिन लगवाने पहुंचे लोगों ने हंगामा किया।
कुछ सेंटर पर दिन में ही वैक्सीन खत्म
बुधवार को कुल 96 सेंटर रखे गए थे। जिनमें से 25 सेंटर शहर और 69 सेंटर देहात में बनाए गए थे। इसके बाद शहर के कई सेंटर जैसे हुरावली, सिरोल व ओहदपुर में दोपहर बाद वैक्सीन खत्म हो गई। जेएएच में दिन भर भीड़ लगी रही। जिस कारण वहां वैक्सीन लगवाने पहुंचने वालों ने हंगामा भी किया।
ऐसे हुए लोग परेशान
मुरार के मोहन सिंह निवासी होतम सिंह को ने एक महीने पहले कोवैक्सिन का पहला डोज लगवाया था। वह हुरावली सेंटर पहुंचे। यहां 15 मिनट धूप में खड़े होने के बाद जब अंदर रजिस्ट्रेशन विंडो के पास आए तो पता लगा कि यहां जो कोवैक्सिन का दूसरा डोज नहीं लग रहा है। इस पर वह काफी नाराज हुए। इसके बाद जिला अस्पताल पहुंचे, तो वहां लंबी लाइन लगी थी। वह निराश ही लौट आए।
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