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शहर में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या लोगों के लिए प्राणघातक साबित हो रही है। गत वर्ष ही आवारा पशुओं की चपेट में आने से तीन लोगों को जान तक गंवानी पड़ी थी। ऐसे ही एक हादसे में अपनी मां सुज्जा बाई (80) को खो चुके विजय सिंह ने हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए आठ लाख का मुआवजा मांगा है। हालांकि निगम की ओर से पैरवी करते हुए एडवोकेट दीपक खोत ने याचिका काे खारिज करने की मांग की। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने मामला आदेश के लिए सुरक्षित रख लिया है।
दरअसल, 21 जुलाई 2019 को भिंड के ग्राम महूरी का पुरा की रहने वाली सुज्जा बाई अपने भांजे अमर जाटव के घर ग्वालियर आईं थीं। सूर्य नमस्कार चौराहे पर बस ने उनको उतारा, जहां से वे अपने भांजे के साथ पैदल ही मेला ग्राउंड स्थित पंचशील नगर की ओर रवाना हुईं। सड़क पर आवारा पशु (गाय और सांड) लड़ रहे थे। इस कारण वे सड़क के दूसरी तरफ से जा रही थीं, तभी पीछे से आई एक गाय ने सुज्जा बाई को टक्कर मार दी, जिसमें उनकी मौत हो गई थी।
2 दिन में सांडाें ने तीन बच्चाें पर किया हमला
सड़कों पर आवारा घूम रहे मवेशियाें काे पकड़ने के लिए चलाया जा रहा नगर निगम का अभियान दिखावा साबित हाे रहा है। यही वजह है कि गंगा विहार की 60 फीट रोड पर पिछले दो दिन में सांड ने तीन बच्चों पर हमला कर दिया। पास खड़े लोगों ने इन बच्चों को बचाया। सांड के हमले में घायल मुस्कान अहिरवार के पिता बलराम ने बताया कि बेटी को गाय ने पटक दिया था। उसके दांत टूट गए और पीठ पर चोट लगी है।
इसी तरह चोटिल हुए साहिल के पिता राजकुमार का कहना है कि सांड के हमले में बच्चे के हाथ में चोट लगी है। सांड के हमले में ही घायल शाम्भवी तिवारी के दादा कृष्णनारायण तिवारी ने बताया कि नातिन खेल रही थी, तभी सांड ने उसे पटक दिया। इससे उसके पैर में चोट आई है।
निगम अमले ने 599 आवारा जानवर पकड़े
निगम आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान चला रहा है। आठ से 18 फरवरी तक 599 पशुओं को पकड़ा गया है। इनमें 367 सांड और 232 गाएं शामिल हैं।
-मुकुल गुप्ता, अपर आयुक्त नगर निगम
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